पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा है कि हिमाचल पुलिस के विभागीय प्रोन्नति परीक्षा (बी–1) में सरकार की व्यवस्था ही बैठ गई. सरकार एक तरफ लोगों को नौकरी न देने के हजार तरीके खोज रही है, तो दूसरी तरफ डिपार्टमेंटल प्रमोशन एग्जाम में भी लापरवाही बरत रही है. बिना किसी इंतजाम के इतनी बड़ी परीक्षा का आयोजन सरकार की मंशा और तैयारियों पर सवाल उठा रहा है. लोग 6 घंटे तक बैठे रहे लेकिन व्यवस्थापकों द्वारा तकनीकी खामी दूर नहीं की जा सकी.

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किसी जगह पर लोगों के जवाब सबमिट नहीं हो रहे थे तो कहीं पर प्रश्नों के उत्तरों में ही गलत विकल्प आ रहे थे. कहीं पर मेन सर्वर से परीक्षा केंद्र लिंक नहीं हो पाए तो कहीं पर एक ही साथ शुरू हुई परीक्षा में प्रश्नों की संख्या में, तो कहीं पर परीक्षा के समयावधि में भारी अंतर देखने को मिल रहा था. पहली पारी में परीक्षा देने आए लोगों को दूसरी पारी में भी परीक्षा देने के लिए बैठाया गया. पूरी परीक्षा में ही उहापोह और अराजकता की स्थिति बनी रही.

जब यह बात पूरी तरीके से बाहर आ गई और परीक्षार्थियों द्वारा भारी पैमाने पर विरोध हुआ तो आनन - फानन में प्रशासन द्वारा यह परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया गया. यह सरकार की नाकामी और खराब प्रबंधन का एक जीता जागता उदाहरण है. बिना ट्रायल रन किए ही परीक्षा का आयोजन करवाया गया या फिर विभिन्न मानकों की अनदेखी की गई. यह कोई पहली बार नहीं है जब सरकार द्वारा आयोजित की गई परीक्षा पर प्रश्न चिन्ह उठ रहा हो.

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जयराम ठाकुर का बयान

जयराम ने कहा कि सरकार की नाकामी की वजह से ही 4000 से ज्यादा लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ा. बहुत सारे छोटे बच्चे भी जो अपने मां के साथ मजबूरन आए थे उन्हें भी घंटों इंतजार करना पड़ा. व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर व्यवस्था बैठाने वाली सरकार यदि 4 हजार लोगों के डिपार्मेंटल प्रमोशन एक्जाम नहीं करवा सकती है तो 1 लाख सरकारी नौकरियों का वादा कैसे पूरा करेगी? यह सरकार कैसे बड़े पैमाने पर भर्ती परीक्षाओं का आयोजन करवाएगी? कैसे प्रदेश के युवाओं को रोजगार देगी?

राजनीतिक विद्वेष और युवाओं को रोजगार से वंचित रखने के लिए ही इस प्रकार से कर्मचारी चयन आयोग को पूरी तरीके से भंग कर दिया था. एक लाख सरकारी नौकरियों की गारंटी देकर हिमाचल में जनादेश चुराने वाली कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री यह जानते हैं जब प्रतियोगी परीक्षाएं करवाने वाली संस्थाएं ही नहीं रहेगी तो लोगों को रोजगार भी नहीं देना पड़ेगा. सरकार की कार्यप्रणाली से यह साफ है कि इस सरकार का इरादा प्रदेश के लोगों से उनकी नौकरियां उनका प्रमोशन छीनना है देना नहीं.

'मन की बात' के जरिए देश की प्रतिभाओं को मिला मंच 

जयराम ठाकुर ने शिमला स्थित अपने आधिकारिक निवास में प्रधानमंत्री के “मन की बात” कार्यक्रम को सुना. उन्होंने कहा कि मन की बात कार्यक्रम देश की प्रतिभाओं को मंच प्रदान करने का सबसे बड़ा साधन है. त्यौहारों के इस अवसर पर प्रधानमंत्री देश भर में स्वदेशी वस्तुओं की अभूतपूर्व खरीदारी के लिए सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई दी और इसे आत्मनिर्भर भारत अभियान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया.

मंडी में युवा मोर्चा के परिचय कार्यक्रम में शामिल हुए जयराम ठाकुर

जयराम ठाकुर ने भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा जिला मंडी की परिचय बैठक को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि युवा मोर्चा संगठन की सशक्त नींव है, पार्टी के प्रत्येक अभियान में युवाओं का जोश, ऊर्जा और समर्पण संगठन को नई दिशा प्रदान करता है. इस बैठक के दौरान नवनिर्वाचित पदाधिकारियों के साथ संगठन को और मजबूत एवं प्रभावी बनाने पर सार्थक चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि युवा मोर्चा अपनी कर्मठता, अनुशासन और समर्पण से पार्टी के संगठनात्मक विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.