Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में आई प्राकृतिक आपदा (Natural Disaster) ने आम लोगों का जनजीवन तो प्रभावित किया है ही इसने राज्य की अर्थव्यवस्था को भी खासा नुकसान पहुंचाया है. आए दिन हो रहे भूस्खलन (Landslide) के कारण कई इमारतें ढह गई हैं और कई लोगों की जानें भी गई हैं. अब एक अनुमान के मुताबिक राज्य की अर्थव्यवस्था को 8099.46 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. यह 24 जून से लेकर आज (21 जुलाई) तक हुए नुकसान का आंकड़ा है.
हिमाचल प्रदेश में बीते दो महीने में 130 भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं और 60 बार फ्लैश फ्लड आया है. बाढ़ और भूस्खलन के कारण अब तक 346 लोगों की जान चली गई है जबकि 38 लोग अभी भी लापता हैं. प्राकृतिक आपदा में अब तक 331 लोग घायल हुए हैं. वहीं, प्रॉपर्टी को हुए नुकसान की बात करें तो यहां 2216 घर पूरी तरह तबाह हो गए हैं जबकि 9819 मकानों को नुकसान पहुंचा है.
राज्य में अलग-अलग स्थानों में फ्लैश बाढ़ के कारण 300 दुकानें बह गईं और 4702 गौशालाएं तबाह हो गए. उधर, मौसम विभाग ने राज्य के लिए एकबार फिर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 8 जिलों के लिए विशेषकर अलर्ट जारी किया है. इस दौरान लैंडस्लाइड, फ्लैश फ्लड और बादल फटने की संभावना है. मौसम विभाग के अलर्ट के बाद लोग बेहद चिंतित हैं.
इन विभागों को झेलना पड़ा है भारी नुकसानबाढ़ की विभीषिका के कारण लगभग सभी राज्यों को नुकसान झेलना पड़ा है. सरकारी आंकड़े के मुताबिक जल शक्ति विभाग को 1860.52 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है जबकि पीडब्ल्यूडी विभाग ने 2712.19 करोड़ का नुकसान झेल रहा है. एचपीएसईबीएल को 1707.35 करोड़, बागवानी विभाग को 173.30 करोड़, शहरी विकास को 88.82 करोड़, कृषि विभाग को 335.73 करोड़, ग्रामीण विभाग को 369.53 करोड़, शिक्षा विभाग को 118.90 करोड़, मतस्य पालन विभाग को 13.91 करोड़ और स्वास्थ्य विभाग को 44.01 करोड़ का नुकसान झेलना पड़ा है.
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