Himachal Pradesh News Today: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के तीनों निर्दलीय विधायक केएल ठाकुर, होशियार सिंह और आशीष शर्मा विधानसभा के बाहर धरने पर बैठेंगे. तीनों निर्दलीय विधायकों ने 22 मार्च को इस्तीफा दिया था, जो अब तक स्वीकार नहीं हुआ है.
निर्दलीय विधायक धरने पर बैठकर अपना विरोध दर्ज करवाएंगे. तीनों निर्दलीय विधायकों ने इस्तीफा देने के बाद 23 मार्च को दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता भी ले ली है.
इस्तीफा स्वीकार होने का इंतजार
तीनों निर्दलीय विधायकों का आरोप है कि विधानसभा सचिवालय की ओर से जानबूझकर इस्तीफा स्वीकार करने में देरी की जा रही है. निर्दलीय विधायकों का आरोप है कि विधानसभा सचिवालय तटस्थ होकर नहीं, बल्कि राज्य सरकार के दबाव में काम कर रहा है.
विधायकों ने दावा किया है कि राज्य सरकार नहीं चाहती कि तीनों विधानसभा क्षेत्र में भी उपचुनाव हो, इसलिए इस्तीफा स्वीकार करने में देरी की जा रही है. बता दें कि एक जून को हिमाचल प्रदेश में चार लोकसभा सीट पर चुनाव के साथ छह विधानसभा क्षेत्रों में भी उपचुनाव है. तीनों निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे के बाद इन तीन नई सीटों पर भी उपचुनाव की संभावना है, लेकिन ऐसा तभी होगा जब विधानसभा सचिवालय की ओर से इस्तीफा स्वीकार किए जाएंगे.
राज्यपाल ने भी इस्तीफा स्वीकार करने का आग्रह किया
इससे पहले हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने भी तीनों निर्दलीय विधायकों की ओर से उन्हें अपने इस्तीफे की प्रति दिए जाने के बाद विधानसभा अध्यक्ष को इस सभी कागज भेजे. साथ ही सुप्रीम कोर्ट के कर्नाटक और मध्य प्रदेश विधानसभा के संदर्भ में उस फैसले की प्रति भी भेजी, जिसमें कोर्ट ने यह कहा था कि अगर विधायक व्यक्तिगत तौर पर इस्तीफा देने विधानसभा अध्यक्ष के पास पहुंचे तो इस्तीफा को तुरंत स्वीकार किया जाना चाहिए.
राजभवन में अधिकार क्षेत्र में नहीं हस्तक्षेप करना
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने स्पष्ट किया था कि राजभवन के पास इस संदर्भ में कोई अधिकार तो नहीं है, लेकिन उन्होंने पोस्टमैन का काम करते हुए तीनों निर्दलीय विधायकों के इस्तीफा की जानकारी विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया को भेजी. तीनों निर्दलीय विधायक राज्यपाल से हस्तक्षेप की मांग कर रहे थे, लेकिन यह राजभवन के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता.
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