Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू बुधवार (9 जुलाई) को मंडी जिले के आपदाग्रस्त सराज विधानसभा क्षेत्र पहुंचे. इस दौरान सीएम सुक्खू ने पीड़ित परिवारों के बीच पंहुचे और उनके दुख को साझा किया. साथ ही सीएम ने ये ऐलान किया कि इस आपदा में जो लोग बेघर हुए हैं उन्हें घर बनाने के लिए 7-7 लाख रुपये दिए जाएंगे. इसके अलावा एक गाय के लिए 50 हजार रुपये दिए जाएंगे.

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मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, "सराज में जब आपदा आई थी तो उस समय अनाज की कमी थी और उस समय वे हैलीकॉप्टर से अनाज लेकर थुनाग के रेनगलू में उतरे थे और यहं अनाज छोड़ा था. आपदाग्रस्त सराज में सरकार और प्रशासन द्धारा बेहतर तरीके से राहत एंव बचाव कार्य अंजाम दिया गया और सरकार की ओर से पीड़ित परिवारों को तमाम सुविधाएं दी जा रही हैं और किसी प्रकार की कमी नहीं है. लेकिन सोशल मीडिया के माध्यम से ऐसा प्रस्तुत किया जा रहा है कि जैसे की कुछ नहीं हो रहा है."

'हम सिर्फ जनता की सेवा करना चाहते हैं'उन्होंने आगे कहा, "सड़कों को खोलने के लिये जेसीबी मशीनें लगी हुई हैं. सड़कों को खुलवाकर ही हम आगे बढ़ सकते थे, आज जो हम पर सवाल उठा रहे हैं उनसे पूछना चाहिए कि यह सड़कें अगर ना खूली होती तो वे कैसे आगे जाते. अगर महज सोशल मीडिया में राजनीति चमकानी है तो बीजेपी से सीखिये, हमें ना सोशल मीडिया में राजनीति करनी है, हम तो सिफ जनता की सेवा करना चाहते हैं." 

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सीएम सुक्खू ने आगे ये भी कहा कि उन्होंने इससे पहले डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री को यहां भेजा, जिन्होंने पीने की पानी की योजनाओं को जांचा और पीडब्ल्युडी मंत्री को भेजा, जिन्होंने सड़कों को खुलवाने के लिये युद्धस्तर पर प्रयास करने के निर्देश जारी किए.

'वनभूमि पर घर बनाने की इजाजत दे केंद्र सरकार'मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि प्रदेश के बीजेपी सांसदों की आपदा से पीड़ित परिवारों के लिये सबसे बड़ी मदद यह होगी कि अगर केन्द्र सरकार प्रदेश सरकार को वनभूमि पर पीड़ित परिवारों के लिये घर बनाने की अनुमति दे, ताकि बेघर पीड़ित परिवारों को घर मिल सके क्योंकि वनभूमि हमारे अधिकार क्षेत्र में नहीं है, हालांकि प्रदेश सरकार पीड़ित परिवारों को जमीन देना चाहती है.