हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मंगलवार (18 नंवबर) को प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि आपदा की वजह से प्रदेश में लगभग पांच सौ लोगों की जान गई है और हजारों लोग बेघर हुए हैं.
पूर्व सीएम ने कहा, "हजारों बीघा फसल और हजारों पशुओं की मौत भी इस आपदा की वजह से हुई है. हर पीड़ित तक सरकार अभी राहत नहीं पहुंचा पाई है. इसके अलावा सुक्खू की सरकार के तीन साल का कार्यकाल भी नाकामी और निराशा से भरा रहा है. इसके बाद भी सरकार अपने तीन साल के पूरे होने का जश्न मनाने जा रही है."
'कांग्रेस में लज्जा बची है तो रद्द करे कार्यक्रम'
उन्होंने आगे कहा, "इसी के साथ कांग्रेस के नेताओं द्वारा कहा जा रहा है कि इस जश्न में दिल्ली से भी बड़े नेता आ सकते हैं. यदि कांग्रेस के नेताओं में जरा सी भी लज्जा बची है तो उन्हें इस कार्यक्रम को रद्द करके आपदा प्रभावितों को सही मायने में राहत पहुंचाने का काम करना चाहिए."
'केंद्र ने की हिमाचल की हरसंभव मदद'
जयराम ठाकुर ये भी कहा, "केंद्र ने आपदा में हिमाचल की हर संभव सहायता की. आपदा प्रभावितों तक राशन पहुंचाने से लेकर उन्हें रेस्क्यू करने तक सेना, एनडीआरएफ, सेंट्रल फोर्सेज, वायु सेना की अहम भूमिका रही. 2023 से अब तक आपदा रात के नाम पर 5500 करोड रुपए से ज्यादा की धनराशि दी गई है."
उन्होंने कहा, "इसके अलावे एनडीआरएफ और एनडीएमएफ के तहत लगभग 225 करोड़ केंद्र द्वारा इस वर्ष हिमाचल को एडवांस में दिए गए हैं. इसके बाद भी आपदा प्रभावितों को सरकार 400 करोड रुपए की धनराशि भी नहीं दे पाई है. जबकि सुक्खू सरकार ने स्पेशल पैकेज 4500 करोड़ रुपए का घोषित किया था."
'पीएम का वादा पत्थर की लकीर'
पूर्व सीएम ने आगे कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश को 1500 करोड़ रुपए देने की बात कही है तो वह पत्थर की लकीर है. उस घोषणा की एक-एक पाई हिमाचल प्रदेश को मिलेगी. हिमाचल में पहली बार आपदा का दौरा करने प्रधानमंत्री आए. नरेंद्र मोदी की गारंटी पर पूरा देश भरोसा करता है. मुख्यमंत्री केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए आपदा राहत के 5500 करोड रुपये का हिसाब भी तो दें."