Himachal Pradesh University: सत्ता बदलते ही सबसे पहले प्रशासनिक स्तर पर बड़ा फेरबदल देखने को मिलता है. हालांकि, व्यवस्था परिवर्तन का नारा लेकर सत्ता पर काबिज हुए सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhwinder Singh Sukhu) की सरकार में अब तक बड़े फेरबदल देखने को नहीं मिले हैं. प्रदेश में प्रशासनिक फेरबदल के साथ हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (Himachal Pradesh University) में भी बदलाव का इंतजार किया जा रहा है. अमूमन सरकार बदलने पर बड़े स्तर पर विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों को बदला जाता है, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हुआ है.


अब तक सिर्फ एक ही बड़ा बदलाव 


हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में अब तक केवल एक बदलाव देखने को मिला है. प्रदेश विश्वविद्यालय में गेस्ट हाउस के प्रभारी डॉ. नितिन व्यास को हटाकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नजदीकी डॉ. विनय शर्मा को तैनाती दी गई है. डॉ. विनय शर्मा हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में इतिहास विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर हैं. टूरिज्म विभाग के प्रोफेसर डॉ. नितिन व्यास राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हुए हैं. साल 2018-19 में वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत अध्यक्ष भी रहे. फिलहाल, सरकार ने केवल डॉ. व्यास को ही पद से हटाया है.


HPU को भी कुलपति का है इंतजार


हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के पास अब तक अपना कुलपति भी नहीं है. हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में कुलपति का प्रभार देख रहे प्रो. एसपी बंसल के पास हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय का अतिरिक्त प्रभार है. प्रो. बंसल केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला के कुलपति हैं. हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलपति प्रो. सिकंदर कुमार के राज्यसभा सांसद बनने के बाद प्रो. एसपी बंसल को विश्वविद्यालय का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया था.


नियुक्तियों में बड़े स्तर पर रहता है सरकार का दखल


हिमाचल प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद अभी तक न तो कुलपति और न ही प्रति कुलपति को बदला गया है. फिलहाल कांग्रेस विचारधारा से संबंध रखने वाले टीचर्स, अधिकारी और कर्मचारी भी अपनी नियुक्तियों का इंतजार कर रहे हैं. हालांकि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय स्वायत्त संस्था है. बावजूद इसके यहां नियुक्तियों में सरकार का बड़े स्तर पर दखल रहता है.


ये भी पढ़ेंः Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश में पिछले दो साल में भूस्खलन के मामलों में छह गुना से ज्यादा की बढ़ोतरी, जानें वजह