Himachal Pradesh Criminal Background Candidates: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव (Himachal Pradesh Assembly Election) में इस बार भी कई ऐसे प्रत्याशी मैदान में हैं, जिन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. कुछ प्रत्याशियों पर तो गंभीर मामले भी दर्ज हैं. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफोर्म (ADR) की रिपोर्ट के अनुसार हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कुल 50 प्रत्याशियों पर हत्या, हत्या के प्रयास, महिलाओं से छेड़छाड़ और अत्याचार जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं.
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक इस बार 23 प्रतिशत आपराधिक छवि के प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं. इससे पहले साल 2017 के विधानसभा चुनाव में 18 प्रतिशत आपराधिक छवि के उम्मीदवार मैदान में थे. इसका मतलब है कि 2017 की तुलना में आपराधिक छवि के प्रत्याशियों में 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. प्रदेश में कुल 412 उम्मीदवारों में से 94 पर आईपीसी की अलग-अलग धाराओं में केस दर्ज हैं. वहीं 2017 में 338 प्रत्याशियों में से 61 पर केस दर्ज थे.
कांग्रेस के 25 प्रतिशत प्रत्याशियों चल रहे हैं मामलेसाल 2017 के हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में आईपीसी की गंभीर धाराओं में 9 प्रतिशत प्रत्याशियों पर केस दर्ज थे, जबकि 2022 में 12 प्रतिशत पर गंभीर धाराओं के तहत मामले चल रहे हैं. इनमें 25 प्रतिशत प्रत्याशी कांग्रेस और भाजपा के 9 प्रतिशत प्रत्याशी हैं. एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक दून से कांग्रेस प्रत्याशी राम कुमार और जोगेंद्रनगर से निर्दलीय कुलभूषण ठाकुर पर हत्या के एक-एक मुकद्दमे विचाराधीन हैं.
देवकी नंद पर हत्या के प्रयास सहित कुल 9 मुकद्दमे हैं दर्जएडीआर की रिपोर्ट के अनुसार आनी से सीपीआई (एम) के प्रत्याशी देवकी नंद पर हत्या के प्रयास सहित कुल 9 मुकद्दमे हैं. इसी तरह जोगेंद्रनगर से निर्दलीय उम्मीदवार कुलभूषण ठाकुर पर हत्या के प्रयास का एक मुकद्दमा दर्ज है और नालागढ़ से राष्ट्रीय देवभूमि पार्टी के प्रत्याशी जगदीश चंद पर हत्या के प्रयास सहित कुल 2 केस हैं. एडीआर की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार चंबा से भारतीय वीर दल के प्रत्याशी उत्तम सिंह, चिंतपूर्णी से कांग्रेस प्रत्याशी सुरदर्शन सिंह बबलू, हमीरपुर से निर्दलीय प्रत्याशी नरेश कुमार दर्जी, घुमारवी से निर्दलीय प्रत्याशी मनोहर लाल और कुल्लू से निर्दलीय प्रत्याशी लोट राम ठाकुर पर महिलाओं से जुड़े अपराध के मामले अदालतों में विचाराधीन हैं.