हिमाचल प्रदेश में सियासी संकट बढ़ता जा रहा है. इससे कांग्रेस के लिए मुश्किलें और बढ़ गई हैं. बुधवार को कांग्रेस नेता और हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद सूत्रों का कहना है कि विक्रमादित्य सिंह बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. इससे प्रदेश में सियासी हलचल तेज हो गई है.


इससे पहले विक्रमादित्य सिंह ने बुधवा के प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसमें उन्होंने कहा कि पिछले दो तीन दिन से जो घटनाक्रम हुआ है. वह लोकतंत्र के लिए चिंता का विषय है. सरकार को जनता ने चुना है और बहुमत कांग्रेस को दिया है. इस घटना के पीछे जाना चाहिए. यह घटना क्यों हो रही है. राज्य में पिछले एक साल में जो हो रहा है, उसके बारे में कहना चाहेंगे.


कांग्रेस नेता ने कहा, "मैं पार्टी का अनुशासित कार्यकर्ता हूं. राज्य में विधायकों की अनदेखी हुई है और आज उसकी का परिणाम है. चुनी हुई सरकार चल रही है. पार्टी हाईकमान के पास हमलोगों ने बात रखी है. विधानसभा चुनाव सामूहिक नेतृत्व में हुआ था. विधानसभा चुनाव में वीरभद्र सिंह के नाम का इस्तेमाल हुआ था. उनके योगदान से सरकार बनी थी. पिछले एक साल में हमने सरकार के बारे में कुछ नहीं बोला.