HP News: हिमाचल प्रदेश में मानसून की एंट्री भारी तबाही के साथ हुई है. बीते दो दिनों से हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में हो रही बारिश ने जमकर तबाही मचाई है. इससे प्रदेश सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है. कुल्लू, मंडी और रामपुर में बाढ़ से कई जगह जनजीवन अस्त-व्यस्त हुआ है. हमीरपुर के सुजानपुर में रविवार को बादल फटने से पांच घरों में मलबा घुस गया. इसके अलावा, बारिश की वजह से मंडी-कुल्लू राष्ट्रीय राजमार्ग भी पंडोह के पास बाधित है, जिसे खोलने में करीब पांच घंटे का वक्त लग सकता है.


मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में 30 जून तक मौसम खराब रहने का अनुमान है. प्रदेश के कई इलाकों में आज भी बारिश और बिजली कड़कने का येलो अलर्ट जारी किया गया है. हिमाचल स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने लोगों से बेवजह यात्रा न करने की अपील की है. इसके अलावा, लोगों से भूस्खलन संभावित इलाकों में न जाने के लिए कहा गया है. इसे लेकर एसडीएमए की ओर से एडवाइजरी जारी कर दी गई है.


दो NH समेत 83 सड़कें बंद


शुक्रवार देर रात से शुरू हुई बारिश ने शनिवार और रविवार के दिन भी प्रदेश के कई इलाकों में जमकर तबाही मचाई है. मंडी के शिकारी देवी में शनिवार देर रात 200 लोग फंस गए, जिन्हें छह घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू किया गया. प्रदेश भर में दो राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 83 सड़कें बंद हैं और 140 जगहों पर बिजली आपूर्ति बाधित है. कालका-शिमला रेलवे हेरिटेज ट्रैक पर मलबा गिरने की वजह से सभी ट्रेनें रद्द हो गई. रविवार को सिर्फ एक पैसेंजर टॉय ट्रेन शिमला पहुंच सकी. इसके अलावा, लगातार हो रही बारिश की वजह से शिमला में पेयजल आपूर्ति पर भी असर पड़ा है. शिमला में रोजाना मिलने वाले 46 एमएलडी पानी में से केवल 26 एमएलडी पानी की सप्लाई हो पा रही है.



करोड़ों का नुकसान


प्रदेश में लगातार हो रही बारिश की वजह से चंबा, मंडी, शिमला, हमीरपुर, सिरमौर, सोलन और कांगड़ा में भारी नुकसान हुआ है. प्रदेश के लोक निर्माण विभाग, बिजली विभाग और जल शक्ति विभाग और शहरों की नगर निगम को करोड़ों रुपए का नुकसान झेलना पड़ रहा है. बारिश की वजह से प्रदेश भर में चल रहा सड़क टायरिंग का काम भी बाधित हुआ है.