पुलिस और साइबर क्राइम टीम लोगों को साइबर ठगों से सचेत रहने के लिए लागातर जागरूक कर रही हैं. इसके बावजूद शातिर ठग लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं. ताजा मामला हिमाचल के धर्मशाला का है, जहां के एक पूर्व अधिकारी ने शातिरों के झांसे में आकर 29 दिन में करीब एक करोड़ रुपये लुटा दिए.
पूर्व अधिकारी को बीते 4 अगस्त को व्हाट्सएप पर पहला मैसेज आया था. शातिरों के प्रलोभन में आकर उन्होंने 5 अगस्त को 15 हजार रुपये की पहली ट्रांजेक्शन कर दी. यह क्रम चलता रहा और शातिरों के चंगुल में फंस चुके पूर्व अधिकारी ने 1 सितंबर को अंतिम ट्रांजेक्शन के रूप में 20 लाख रुपये दे दिए.
इसको मिलाकर ठगी की गई राशि करीब एक करोड़ रुपये बनती है. ठगी का एहसास होने पर अधिकारी ने साइबर थाना धर्मशाला में इसकी शिकायत दर्ज करवाई.
चोखी कमाई का दिया गया था झांसा
जानकारी के अनुसार धर्मशाला निवासी पूर्व अधिकारी को व्हाट्सएप पर 4 अगस्त को मैसेज आया, जिसमें ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर चोखी कमाई का झांसा दिया गया. इस पर पूर्व अधिकारी ने 5 अगस्त को 15 हजार रुपये की ट्रांजेक्शन की.
ऑनलाइन ट्रेडिंग में शातिरों द्वारा ज्यादा से ज्यादा राशि का निवेश करने पर अधिक मुनाफा होने की बात कही गई, जिसके चलते पूर्व अधिकारी भी झांसे में आ गए और करीब 15 ट्रांजेक्शन के माध्यम से एक करोड़ के लगभग राशि ट्रांसफर कर दी. अब कुछ भी हाथ न आने पर पूर्व अधिकारी ने ठगी की शिकायत साइबर थाना में दर्ज करवा दी है.
ऑनलाइन फ्रॉड मामसे में जांच शुरू
उधर, साइबर थाना नॉर्थ जोन धर्मशाला के एएसपी प्रवीण धीमान ने पुष्टि करते हुए बताया कि इस तरह के ऑनलाइन ट्रेडिंग में निवेश के नाम दिए जा रहे झांसों से सतर्क रहने की जरूरत है. ऐसे मामलों में जरा सी चूक से किसी पर भारी पड़ सकती है. उन्होंने बताया कि इस संबंध में मामला दर्ज कर जांच की जा रही है.