Kangra Airport Expansion: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तार के लिए राज्य सरकार की ओर से अनुमति दे दी गई है. इससे विस्थापित होने वाले प्रभावितों को बेहतरीन राहत पैकेज देने का भी निर्णय लिया गया है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हवाई अड्डे के विस्तार से कांगड़ा जिला के लिए घोषित पर्यटन राजधानी के विकास को पंख लगेंगे.


इससे पहले, हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के दौरान 16 फरवरी को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, 'उनकी सरकार ने कांगड़ा को पर्यटन राजधानी के तौर पर पहचान दी है. कांगड़ा के अधिकारों की बात करने वाले सभी भाजपा विधायकों को यह जानना चाहिए कि राज्य सरकार कांगड़ा के हित के लिए काम कर रही है.कि जल्द ही गग्गल एयरपोर्ट के एक्सटेंशन का काम शुरू होने वाला है. कांगड़ा में 13 करोड़ रुपए की लागत से हेलीपोर्ट भी बनाया जा रहा है.'


सालों से लंबित है विस्तारीकरण का काम


राज्य सरकार की ओर से कांगड़ा एयरपोर्ट (Kangra Airport) के विस्तार की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. जिला प्रशासन ने इसके लिए 41 हेक्टेयर भूमि का चयन किया है. कांगड़ा, शाहपुर और धर्मशाला उप मंडल के लोक निर्माण विभाग ने कुल तीन स्थानों को चिन्हित कर लिया है. इसमें सबसे ज्यादा जमीन कांगड़ा सब डिवीजन से चिन्हित की गई है. कांगड़ा सब डिवीजन से 35 हेक्टेयर भूमि और 177 भवन एयरपोर्ट के दायरे में आएंगे. कांगड़ा सब डिविजन में 23 हेक्टेयर भूमि प्राइवेट है. इसी तरह शाहपुर में 6.39 में से 2.44 हेक्टेयर भूमि प्राइवेट है. वर्तमान सर्किल रेट के मुताबिक इस भूमि का मुआवजा 223 करोड़ रुपए बनता है. धर्मशाला उपमंडल में 155 भवन, जबकि शाहपुर से सात भवन एयरपोर्ट के दायरे में आएंगे. एयरपोर्ट विस्तार की जद में 270 दुकानें भी आनी हैं. साथ ही 143 गौशाला, 11 मंदिर, 4 स्कूल, दो पेट्रोल पंप और दो सरकारी भवन के साथ दो सरकारी स्कूल भी इस भूमि में आएंगे.


कम विजिबिलिटी में उड़ सकेंगी फ्लाइट


मौजूदा वक्त में कांगड़ा एयरपोर्ट 1 हजार 259 एकड़ में फैला हुआ है. यह एयरपोर्ट समुद्र तल से 2 हजार 492 फीट की ऊंचाई पर है. कांगड़ा एयरपोर्ट का रनवे 1 हजार 372 मीटर लंबा और 30 मीटर चौड़ा है. इस एयरपोर्ट के विस्तारीकरण का काम दो चरणों में पूरा होना है. पहले चरण में 1 हजार 900 मीटर और दूसरे चरण में 3 हजार 100 मीटर का विस्तारीकरण होगा. विस्तारीकरण का काम पूरा होने के बाद कम विजिबिलिटी में भी इस एयरपोर्ट से उड़ाने भरी जा सकेंगी.