हरियाणा के डबवाली स्थित सावंतखेड़ा गांव में प्रसिद्ध पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की मूर्ति पर अज्ञात बदमाशों ने मंगलवार (5 अगस्त) को फायरिंग कर दी. इस घटना के बाद मूसेवाला की मां चरण कौर ने इसे बेटे की आत्मा पर हमला बताते हुए सोशल मीडिया पर गहरा दुख व्यक्त किया.
उन्होंने कहा कि उनके बेटे के दुश्मन उसे मरने के बाद भी चैन से नहीं रहने दे रहे हैं. बता दें कि सिद्धू मूसेवाला की 2022 में गैंगस्टरों द्वारा गोली हत्या कर दी गई थी और अब एक बार फिर से उनकी स्टैचू पर हमला ने उसी जख्म को कुरेदने का काम किया है.
मूर्ति पर हमला और धमकी वीडियो
बता दें कि सिद्धू मूसेवाला की यह मूर्ति जननायक जनता पार्टी (JJP) के प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला द्वारा पिछले साल ही स्थापित की गई थी. हिंदूस्तान टाइम्स के अनुसार, घटना के बाद चौटाला को एक विदेशी मोबाइल नंबर से एक वीडियो भेजा गया जिसमें मूर्ति पर फायरिंग की क्लिप दिखाई गई थी.
वीडियो में यह चेतावनी दी गई कि मूसेवाला के बाद उनके समर्थक अगला निशाना होंगे. डबवाली पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज की है और जांच शुरू कर दी गई है.
लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली जिम्मेदारी
लाइव हिंदुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, मूर्ति पर फायरिंग की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है. गैंग के सदस्यों गोल्डी ढिल्लों और अर्जू बिश्नोई ने सोशल मीडिया पर दिग्विजय चौटाला और गगन खोकरी को चेतावनी दी है कि वे मूसेवाला को शहीद का दर्जा देकर जनता को गुमराह कर रहे हैं. उनका कहना है कि शहीद की मूर्तियां भगत सिंह या किसी सैनिक की होनी चाहिए, न कि एक गायक की. इस बयान से सोशल मीडिया पर भारी विवाद खड़ा हो गया है.
हमारी चुप्पी हमारी हार नहीं- सिद्धू मूसेवाला की मां
चरण कौर ने इंस्टाग्राम पर पंजाबी में पोस्ट करते हुए लिखा, “मेरा बेटा लोगों के हक की आवाज था और अब उसे चुप कराने की कोशिश की जा रही है, जबकि वह परमात्मा के पास जा चुका है.” उन्होंने यह भी कहा कि सिद्धू मूसेवाला सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि एक आंदोलन है जो हमेशा चलता रहेगा.
उन्होंने दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की उम्मीद जताई और कहा, "हमारी चुप्पी हमारी हार नहीं है."