हरियाणा के पानीपत में मलेरिया इंस्पेक्टर को हनी ट्रैप में फंसाकर जबरन वसूली का मामला सामने आया है. एसपी भूपेंद्र सिंह के मार्गदर्शन में कार्रवाई करते हुए सीआईए टू पुलिस टीम ने मलेरिया इंस्पेक्टर को हनी ट्रैप में फंसाकर जबरन वसूली की वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. फ्लैट पर बुलाकर रेप केस में फंसाने की धमकी देकर 11 लाख रुपये की मांग की गई थी. गिरोह के 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
आरोपियों की पहचान नौल्था गांव निवासी आशीष और सोनू के रूप में हुई है. डीएसपी (ट्रैफिक) सुरेश कुमार सैनी ने गुरुवार (21 अगस्त) को जिला सचिवालय स्थित पुलिस विभाग के सभागार में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया, ''थाना पुराना औद्योगिक में 7 जुलाई 2025 को इसराना निवासी एक व्यक्ति ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि वह करीब 10 दिन पहले गोहाना रोड पर किसी काम से गया था. गोहाना मोड़ पर उसे जानकार नौल्था निवासी नरेंद्र पंडित खड़ा मिला. नरेंद्र के साथ दो महिलाएं खड़ी थी.''
हनी ट्रैप में फंसे मलेरिया इंस्पेक्टर
डीएसपी (ट्रैफिक) सुरेश कुमार सैनी ने आगे बताया, ''नरेंद्र ने आवाज लगाकर उसे अपने पास बुलाया और हालचाल जानने लगा. तभी साथ खड़ी महिलाओं ने नरेंद्र से पूछा कि ये कोन हैं. नरेंद्र ने बताया यह सरकारी अस्पताल में डॉक्टर हैं. फिर दोनों महिलाओं में से एक ने खुद को वकील बताया और दूसरी ने उसकी सहेली बताते हुए अपना परिचय दिया और उसका मोबाइल नंबर ले लिया.''
महिला वकील ने मलेरिया इंस्पेक्टर को फ्लैट में बुलाया
उन्होंने कहा, ''अगले दिन महिला वकील ने उस मलेरिया इंस्पेक्टर को फोन किया और इलाज के लिए कुछ बातचीत की. इसके बाद महिला वकील की सहेली के भी फोन आने लगे और इलाज के लिए उसके पास अस्पताल में भी आई. 6 जुलाई को महिला वकील की सहेली ने फोन कर उसे अपने फ्लैट पर बुलाया. वह शाम करीब 5 बजे अपनी गाड़ी में सवार होकर सोसायटी के गेट पर पहुंचा. महिला वकील की सहेली गेट पर आई और उसे अपने फ्लैट पर ले गई.
रेप केस की धमकी देकर मांगे थे 11 लाख रुपये
डीएसपी ने आगे बताया, ''फ्लैट एक बिल्डिंग की पांचवीं मंजिल पर था. फ्लैट में ले जाकर उसे कोल्ड ड्रिंक पिलाई. इसके बाद महिला वकील की सहेली उसे अपने बेडरूम में ले गई और कपड़े उतरवाकर संबंध बनाने के लिए कहा. इसी दौरान दो युवक कमरे के अंदर आ गए और उसका मोबाइल फोन छीनकर हाथापाई करने लगे. दोनों युवकों ने धमकी दी कि उसे रेप के केस में अंदर करवाएंगे. महिला वकील की सहेली और दोनों युवकों ने 11 लाख रूपए की डिमांड की.''
4 लाख रूपए की फाइनल डिमांड
उन्होंने जानकारी देते हुए कहा, ''तीनों ने महिला वकील से उसकी फोन पर बात करवाई. कुछ देर बाद महिला वकील भी वहां आ गई. सभी ने मिलकर उसको 4 लाख रूपए मंगवाने के लिए कहा. उसने जवाब दिया कि फिलहाल उसके पास पैसे नहीं है. वह कल शाम 4 बजे तक पैसों का इंतजाम कर देगा. 7 जुलाई को महिला वकील ने वॉट्सएप कॉल कर झूठे रेप केस दर्ज करवाने का डर दिखाया और 4 लाख रूपए की डिमांड की.''
बीएनएस की धाराओं में केस दर्ज
थाना पुराना औद्योगिक में व्यक्ति की शिकायत पर बीएनएस की धारा 308(2), 308(6) के तहत अभियोग दर्ज कर पुलिस ने मामले की जांच और आरोपियों की धरपकड़ शुरू कर दी थी. उप पुलिस अधीक्षक सुरेश कुमार सैनी ने बताया कि SP भूपेंद्र सिंह आईपीएस के संज्ञान में उक्त मामला आते ही उन्होंने इसकी गंभीरता को देखते हुए जांच और आरोपियों की धरपकड़ की जिम्मेदारी सीआईए टू प्रभारी इंस्पेक्टर फूल कुमार और उनकी टीम को सौंपी थी.
पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया
सीआईए टू पुलिस टीम ने अपने सभी सोर्स एक्टिव कर बुधवार शाम को आरोपी सोनू को अनाज मंडी से और आरोपी आशीष को सनौली रोड से काबू किया. दोनों आरोपी नौल्था गांव के रहने वाले हैं. आरोपियों ने पूछताछ में मामले में नामजद दोनों महिला साथी आरोपियों के साथ मिलकर उक्त वारदात को अंजाम देने के बारे में स्वीकारा. पूछताछ में आरोपी सोनू ने बताया कि उसने पानीपत की एक सोसायटी में किराए पर फ्लैट लिया हुआ है.
प्रेम जाल में फंसाकर करते थे ब्लैकमेल
दोनों आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि फरार उनकी दोनों महिला साथी आरोपियों ने मिलकर साजिश रची थी कि लोगों को प्रेम जाल में फंसाकर फ्लैट पर बुलाकर उनकी गुप्त तरीके से अश्लील वीडियों बनाकर पैसों के लिए ब्लैकमेल करेंगे. आरोपियों ने पूछताछ में बताया उन्होंने शॉर्टकट तरीके से मोटे पैसे कमाने के लिए साजिश रचकर वारदात को अंजाम दिया.
पुलिस ने गुरुवार को दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें पुलिस रिमांड पर लिया गया. रिमांड के दौरान पुलिस आरोपियों से गहनता से पूछताछ करने के साथ ही फरार आरोपियों के ठिकानों का पता लगाकर काबू करने का प्रयास करेगी.
आरोपी सोनू पर 15 मामले दर्ज
डीएसपी सुरेश कुमार सैनी ने बताया, ''आरोपी सोनू का पहले भी आपराधिक रिकॉर्ड रहा है. आरोपी के खिलाफ हत्या, लूट, स्नेचिंग और आर्म्स एक्ट की वारदातों के 15 मामलें दर्ज हैं. आरोपी को थाना मॉडल टाउन में दर्ज लूट के एक मामले में 10 साल की सजा हो चुकी है. आरोपी बीते मार्च माह में करनाल जेल से 70 दिन की पैरोल पर बाहर आया था. 3 जून को आरोपी को वापस जाना था लेकिन उसने पैरोल जंप कर दी.