National Herald Case Update: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नेशनल हेराल्ड से जुड़े धनशोधन के आरोप में कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल किया है. विशेष न्यायाधीश विशाल गोगने ने नौ अप्रैल को दाखिल आरोप-पत्र की, संज्ञान के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर पड़ताल की और सुनवाई की अगली तारीख 25 अप्रैल निर्धारित की. आरोप-पत्र में कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा और सुमन दुबे के नाम भी आरोपी के तौर पर शामिल हैं.
इस पर हरियाणा से कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा, "यह केवल राजनीति से प्रेरित है, कांग्रेस पार्टी, राहुल गांधी की सच्चाई से डरकर ऐसी कार्रवाई ये (बीजेपी) कर रहे हैं. कांग्रेस पार्टी सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर आरोप लगाकर दायर की गई चार्जशीट को स्वीकार नहीं करेगी. हमें सड़कों पर उतरना होगा. हम सच्चाई के लिए लड़ेंगे. जब हम अंग्रेजों से नहीं दबे, तो हम उनकी दमनकारी नीतियों से भी नहीं दबेंगे.
गांधी परिवार किसी से डरने वाला नहीं- हर्षवर्धन सपकाल
वहीं महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख हर्षवर्धन सपकाल ने कहा, "ये पूरा घटनाक्रम डरा धमका कर चुप बैठाने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन राहुल गांधी और गांधी परिवार किसी से डरने वाला नहीं है."
हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने क्या कहा?
दूसरी तरफ इस मामले पर बीजेपी नेता और हरियाणा सरकार के मंत्री अनिल विज ने कहा, "ED ने अपने अनुसंधान में जो पाया, उसके मुताबिक से ही कार्रवाई कर रही है. इन्हें अपनी बात रखने का पूरा अवसर मिल रहा है. अब आगे कानून के हिसाब से कार्रवाई होगी.
कांग्रेस का घोटालों का इतिहास- जोगाराम पटेल
इसके अलावा राजस्थान सरकार में मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा, "कांग्रेस का घोटालों का इतिहास रहा है. कोयला घोटाले से लेकर देश में हुए अधिकांश घोटाले कांग्रेस के नाम पर हैं. जांच एजेंसी लंबे समय से नेशनल हेराल्ड मामले की जांच कर रही है. लंबी जांच के बाद, कई तथ्यों और दस्तावेजों पर रिकॉर्ड लेने के बाद अगर ED कोर्ट में चालान पेश करती है और कांग्रेस उसका विरोध करती है, तो कांग्रेस घोटाले बचाने में लगी है. उन्हें न्याय व्यवस्था पर भरोसा रखना चाहिए, न्यायिक प्रक्रिया पर भरोसा न रखने वाले ही ऐसी बयानबाजी करते हैं."