पानीपत में आयोजित जनता दरबार के दौरान हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने आईपीएस सुसाइड केस पर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सैनी के निर्देश पर तुरंत कार्रवाई हुई है और एफआईआर दर्ज की जा चुकी है. 

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ढांडा ने आश्वासन दिया कि जांच पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी होगी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने मनोहर लाल की निष्पक्षता की परंपरा को आगे बढ़ाया है और सरकार न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है.

जनता दरबार में सुनीं शिकायतें, अधिकारियों को दिए निर्देश

पानीपत के भाजपा जिला कार्यालय में करीब एक महीने बाद शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने जनता दरबार लगाया. बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे. अधिकांश शिकायतें व्यक्तिगत मामलों से जुड़ी थीं, जबकि सामूहिक कार्यों पर पहले से ही काम चल रहा है. मंत्री ने अधिकारियों को तुरंत समाधान के निर्देश दिए और कहा कि जिन कार्यों का वादा किया गया है, वे समय पर पूरे होंगे. उन्होंने कहा कि जनता की समस्याओं के समाधान में किसी प्रकार की देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

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'नायब सैनी सरकार ने मनोहर लाल की परंपरा को आगे बढ़ाया'

आईपीएस सुसाइड मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए महिपाल ढांडा ने कहा कि आईएएस अमनीत पी भी स्वयं अधिकारी रहे हैं, इसलिए जांच की प्रक्रिया में समय लगना स्वाभाविक है. उन्होंने कहा कि जब मनोहर लाल मुख्यमंत्री थे, तब निष्पक्षता के साथ काम करने की परंपरा शुरू हुई थी, और अब मुख्यमंत्री नायब सैनी उसी परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं. 

ढांडा ने कहा कि मुख्यमंत्री स्वयं इस मामले पर नजर रख रहे हैं, इसलिए किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अगर किसी शिकायतकर्ता को किसी जांच से असंतोष है, तो उसके पास दूसरी विंग से जांच की मांग करने का भी अधिकार है.

शिक्षा विभाग में टीचर कमी पर बोले मंत्री

शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि राज्य के स्कूलों में उतनी शिक्षक कमी नहीं है, जितनी बताई जा रही है. उन्होंने बताया कि एचएस, एचएसएससी और एचपीएससी को पत्र भेजा गया है और इस दिशा में ठोस कार्रवाई जल्द होगी. मंत्री ने कहा कि फिलहाल विभाग यह देख रहा है कि किस स्कूल में कितने बच्चे और कितने शिक्षक हैं, और कहां कोई कमी है. 

उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि इस बार परफेक्ट लिस्ट तैयार की जाए ताकि कोई भी स्कूल बिना शिक्षक के न रहे, खासतौर पर वे जहां बच्चों की संख्या अधिक है. उन्होंने बताया कि वे खुद भी इन मुद्दों पर लगातार समीक्षा बैठक कर रहे हैं और आने वाले दिनों में स्थिति और बेहतर की जाएगी.

सुमित भारद्वाज की रिपोर्ट