हरियाणा कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या ने पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया है. चंडीगढ़ में अपने घर पर गोली मारकर आत्महत्या करने वाले अफसर के पास से 8 पेज का सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उन्होंने हरियाणा के 10 वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. इनमें पूर्व डीजीपी, मौजूदा डीजीपी, एडीजीपी और एसपी स्तर के अफसर शामिल बताए जा रहे हैं.
अब तक जो जानकारी सामने आई है, उससे साफ है कि यह मामला सिर्फ एक सुसाइड नहीं, बल्कि हरियाणा पुलिस सिस्टम के अंदरूनी संघर्ष और दबावों की बड़ी कहानी बयान करता है.
आइए जानते हैं इस पूरे मामले की 5 बड़ी बातें-
मृतक आईपीएस वाई पूरन कुमार ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि उन्हें कई वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था. नोट में उन्होंने साफ कहा कि इन अफसरों ने उनके प्रोफेशनल करियर को बर्बाद करने की साजिश रची.
सुसाइड नोट में उन 10 अफसरों में से कुछ के नाम पूर्व डीजीपी, मौजूदा डीजीपी और एडीजीपी स्तर के बताए जा रहे हैं. हालांकि चंडीगढ़ पुलिस ने फिलहाल उन नामों का खुलासा नहीं किया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार यह मामला रोहतक के भ्रष्टाचार केस से जुड़ा हुआ है, जिसकी जांच खुद पूरन कुमार ने शुरू करवाई थी.
1. रोहतक केस की FIR और विवाद की जड़
मामले की जड़ रोहतक के आईजी ऑफिस में दर्ज एक भ्रष्टाचार केस से जुड़ी बताई जा रही है. 6 सितंबर को रोहतक पुलिस ने एक एफआईआर दर्ज की थी, जिसमें कुछ वरिष्ठ अफसरों की भूमिका पर सवाल उठे थे. उस समय वाई पूरन कुमार आईजी रोहतक रेंज के पद पर तैनात थे.
बताया जा रहा है कि उसी जांच के बाद से पूरन कुमार पर दबाव बढ़ गया था. सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा कि मेरे खिलाफ झूठे आरोप बनाकर मेरे करियर को बर्बाद किया जा रहा है.
2. चंडीगढ़ में घर के बेसमेंट में मिली थी लाश
सोमवार (6 अक्टूबर) दोपहर करीब 1:30 बजे चंडीगढ़ पुलिस को सेक्टर 11 स्थित आवास संख्या 116 से आत्महत्या की सूचना मिली. जब पुलिस मौके पर पहुंची तो पूरन कुमार का शव घर के बेसमेंट में एक कमरे में मिला.
उन्हें सिर में गोली लगी थी, और मौके से एक हथियार बरामद किया गया. चंडीगढ़ पुलिस ने बताया कि घटनास्थल से एक ‘वसीयत’, एक ‘अंतिम नोट’ और कई अन्य दस्तावेज जब्त किए गए हैं.
फॉरेंसिक टीम (CFSL) ने पूरे घर की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की, साथ ही इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और हथियार को कब्जे में लिया गया.
3. पत्नी IAS अधिकारी, उस वक्त थीं विदेश दौरे पर
आईपीएस पूरन कुमार की पत्नी अमनीत पी. कुमार हरियाणा कैडर की आईएएस अधिकारी हैं. वह इस वक्त मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ जापान दौरे पर थीं. घटना के वक्त वह घर पर मौजूद नहीं थीं.
पुलिस के अनुसार, पोस्टमार्टम उनकी पत्नी के लौटने के बाद ही किया जाएगा. डॉक्टरों का एक स्पेशल बोर्ड पोस्टमार्टम करेगा ताकि किसी भी तरह की शंका न रहे.
4. लंबे अनुभव वाले अफसर, पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज में थे तैनात
वाई पूरन कुमार 2001 बैच के हरियाणा कैडर के आईपीएस अधिकारी थे. वह इस समय पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज में तैनात थे. इससे पहले वह आईजी रोहतक रेंज, एसपी और अन्य कई अहम पदों पर रह चुके थे.
सहकर्मियों के मुताबिक, पूरन कुमार एक ईमानदार और सख्त छवि वाले अफसर माने जाते थे. वह अक्सर विभाग में गलत कामों का विरोध करते थे, जिससे उनके कई वरिष्ठ अफसरों से मतभेद रहे.
5. पुलिस जांच जारी, कई पहलुओं से जांच होगी
चंडीगढ़ पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए स्पेशल टीम गठित की है. टीम सुसाइड नोट, डिजिटल रिकॉर्ड, कॉल डिटेल और सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है. हरियाणा सरकार ने भी पूरे मामले पर रिपोर्ट मांगी है.