हरियाणा के फरीदाबाद में अल फलाह यूनिवर्सिटी की कैंपस में मस्जिद के इमाम मोहम्मद इश्तियाक को ISIS मॉड्यूल से जुड़े होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. इश्तियाक नूंह के सिंगार का रहने वाला है, उसके पाचो भाई हाफिज हैं और अलग-अलग मस्जिदों में इमाम हैं. इश्तियाक का परिवार सदमे में उन्हें यकीन नहीं हो रहा वो आतंकी गतिविधियों में शामिल है.

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परिवार ने इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है. परिवार के मुताबिक वह 20 साल पहले ही घर छोड़ चुका है, कभी-कभार मां से मिलने आता है.

परिवार अभी सदमे में-20 साल पहले छोड़ा गांव  

सिंगार गांव में रहने वाले हाफिज मोहम्मद इश्तियाक के परिवार से जब एबीपी न्यूज़ टीम ने बात की तो भाई  हाफिज सद्दाम ने कहा कि उनका भाई ऐसा काम नहीं कर सकता. निष्पक्ष और त्वरित जांच इस मामले में होनी चाहिए और उनके भाई को न्याय मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि तकरीबन 2 महीने पहले वह अपनी बूढी माता से मिलने के लिए सिंगार गांव जरूर आया था और कभी कभार मां से मिलने के लिए ही गांव आता था.

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करीब 20 साल पहले वह गांव छोड़ चुका है. उन्होंने बताया कि अल फलाह यूनिवर्सिटी की तरफ से ही उसे कैंपस के समीप मकान दिया हुआ है. मीडिया के माध्यम से उन्हें पता लगा है कि उनके मकान में किराए पर जो असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर मुजम्मिल रहता था. वह गिरफ्तार किया गया है. जिसके बाद उनके भाई को भी गिरफ्तार किया गया है. उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि उन्हें कहां पर रखा गया है और वह दोषी हैं या निर्दोष हैं.

परिवार से कोई सम्पर्क नहीं

उन्होंने तो यह भी कहा कि उनके भाई के धौज गांव में रहने वाले परिवार के सदस्यों से भी उनका संपर्क नहीं हो पा रहा है. परिवार पूरी तरह से सदमे में है. कुल मिलाकर सिंगार गांव में रहने वाले हाफिज मोहम्मद इश्तियाक के बड़े व छोटे भाइयों को यकीन ही नहीं हो रहा है कि उनका भाई आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हो सकता है. यह तो जांच का विषय है, लेकिन परिवार इन गंभीर आरोपों से साफ इनकार करते हुए इंसाफ की गुहार लगा रहा है.