हरियाणा में पिछले 5 दिनों में खेलों के खराब उपकरणों के चलते दो खिलाड़ियों को अपनी जान गंवानी पड़ी. इस घटना के बाद आज हम ग्राउंड जीरो पर पानीपत के शिवाजी स्टेडियम में पहुंचे और देखा कि यहां के ग्राउंड की हालत बेहद खराब है. अंदर घुसते ही बास्केटबॉल के ग्राउंड की हालत देखने को मिली. बास्केट की जालियां उतरी पड़ी हैं, पोल के नीचे बड़ी-बड़ी घास उगी हुई है. छोटे-छोटे गड्ढे बने हैं, जिनमें किसी खिलाड़ी का पैर फिसल सकता है और वह चोटिल हो सकता है.

Continues below advertisement

रेस ट्रैक की खराब स्थिति

ग्राउंड के रेस्ट ट्रैक पर भी कच्चा रेस ट्रैक है और इस पर धूल उठती दिखाई दे रही है. क्षेत्र की बास्केटबॉल एकेडमी और खिलाड़ियों का योगदान पंचायत मंत्री की विधानसभा इसराना में बास्केटबॉल की कई एकेडमी हैं और सबसे ज्यादा खिलाड़ी पानीपत से निकलकर नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर खेलते हैं.

मंत्री कृष्ण लाल पवार का बयान

इस मामले में पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पवार ने कहा कि जल्द ही प्रदेश के सभी सरकारी और गैर सरकारी खेल ग्राउंड और अकादमी का जायजा लिया जाएगा और जहां उपकरणों को दुरुस्त करने की जरूरत होगी, वहां जल्द ही सुधार किया जाएगा. उन्होंने दोनों खिलाड़ियों की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी संवेदनाएं परिवार के साथ हैं.

Continues below advertisement

पानीपत के शिवाजी स्टेडियम के हालात जर्जर हैं. अब देखना यह होगा कि कब तक इन ग्राउंड की स्थिति दुरुस्त की जाती है और खिलाड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है.

कैसे हुई थी हार्दिक राठी की मौत?

रोहतक के लखन माजरा गांव में मंगलवार (25 नवंबर) को एक 16 साल के नेशनल लेवल के बास्केटबॉल प्लेयर की मौत हो गई. यह हादसा तब हुआ जब हार्दिक एक लैप ले रहा था और डंक की प्रैक्टिस कर रहा था. जैसे ही वह पोल से लटका, जंग लगा लोहे का स्ट्रक्चर गिर गया और रिम उसकी छाती में लग गया.