हरियाणा के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों द्वारा शुरू की गई हड़ताल पर राज्य सरकार ने कड़ा रुख अपना लिया है. दो दिन से हड़ताल पर चल रहे डॉक्टरों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के आह्वान के बीच, प्रदेश सरकार ने हड़ताल पर आवश्यक सेवा अनुरक्षण कानून (ESMA/एस्मा) लगा दिया है.
स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक (DG) की ओर से सख्त आदेश जारी किए गए हैं. इन आदेशों में स्पष्ट कहा गया है कि हड़ताली कर्मचारी और अधिकारी पर 'नो वर्क नो पे' (No Work No Pay) की नीति लागू होगी. सभी सिविल सर्जनों और प्रधान चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि हड़ताल में शामिल चिकित्सकों का हड़ताल के दौरान का वेतन आगामी आदेशों तक जारी न किया जाए.
अनिश्चितकालीन हड़ताल का आह्वान
सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर पिछले दो दिन से हड़ताल पर थे. उनकी चेतावनी थी कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएँगे.
सरकार ने उनकी इस चेतावनी को देखते हुए एस्मा लागू कर दिया है ताकि स्वास्थ्य सेवाओं को बाधित होने से रोका जा सके, लेकिन डॉक्टरों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के फैसले से राज्य में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो सकती हैं.