Prayagraj Maha Kumbh 2025: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की 'मृत्यु कुंभ' वाले बयान पर हरियाणा सरकार में मंत्री अनिल विज ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि हमारे देश का विपक्ष लगातार सनातन पर प्रहार करता है. सनातन के लिए इस समय लोगों में उत्साह है. 55 करोड़ लोग अब तक वहां स्नान कर चुके हैं. इस बार 31 दिसंबर को पहली बार मैंने देखा कि कितनी बड़ी संख्या में लोग राम मंदिर के दर्शन करने गए, वैष्णो देवी गए. अब सनातन पूरे जोश में आ रहा है, इससे विपक्षी दलों की नींद उड़ी हुई है."

बता दें कि ममता बनर्जी ने महाकुंभ के आयोजन को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए महाकुंभ को मृत्यु कुंभ की संज्ञा दी. उनके इस बयान पर अब विवाद खड़ा हो गया है. तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने हालिया भगदड़ की घटनाओं का हवाला देते हुए महाकुंभ को 'मृत्यु कुंभ' करार दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि इस धार्मिक आयोजन में वीवीआईपी को विशेष सुविधाएं दी जा रही हैं, जबकि गरीब और सामान्य श्रद्धालु इन सुविधाओं से वंचित हैं.

देश को बांटने के लिए धर्म बेच रहे हैं- ममता बनर्जी

ममता बनर्जी ने कहा, "महाकुंभ अब मृत्यु कुंभ में बदल चुका है. वीआईपी लोगों को खास सुविधाएं दी जा रही हैं. भगदड़ की घटना के बाद कितने आयोग महाकुंभ भेजे गए? बिना पोस्टमॉर्टम के ही शवों को बंगाल भेज दिया गया. वे कहेंगे कि लोगों की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई और फिर मुआवजा नहीं दिया जाएगा. आप देश को बांटने के लिए धर्म बेच रहे हैं. हमने यहां पोस्टमॉर्टम किया क्योंकि आपने बिना डेथ सर्टिफिकेट के शव भेज दिए. इन लोगों को मुआवजा कैसे मिलेगा?"

बीजेपी ने भी किया पलटवार

मुख्यमंत्री के इस बयान पर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि 'इंडिया' गठबंधन के सभी नेता सनातन और हिंदुओं से नफरत करते हैं. ममता बनर्जी ने महाकुंभ को 'मृत्यु कुंभ' कहकर यह साफ कर दिया कि सनातन और हिंदुओं के प्रति उनके मन में नफरत है. अखिलेश यादव महाकुंभ में अकबर को खोज रहे हैं, वहीं राहुल गांधी ने अभी तक महाकुंभ में डुबकी नहीं लगाई है. 'इंडिया' गठबंधन के नेता सनातन की एकता को देखकर घबरा चुके हैं. ममता बनर्जी का यह बयान सनातनियों का अपमान है.

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