गुरुग्राम पुलिस ने एक ऐसे आरोपी को पंजाब से गिरफ्तार किया है, जिसने फर्जी तरीके से प्लॉट का मालिक बन धोखाधड़ी कर एनआरआई से दस करोड़ 70 लाख रुपये ठग लिए. 

दरअसल, गुरुग्राम के डीएलएफ सेक्टर 29 थाने में एक शिकायत प्राप्त हुई थी, जिसमें लिखा था एक व्यक्ति नकली प्लॉट का मालिक बनकर करोड़ों रुपए की ठगी कर चुका है. गुरुग्राम पुलिस ने पंजाब से गिरफ्तार कर लिया है. 

न्यूयॉर्क में रहता है पीड़ित

शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में कहा कि वह एनआरआई है और वह न्यूयॉर्क में रह रहा है. उसने आगे बताया कि उनके पिता ने 1985 में सुशांत लोक एरिया में एक प्लॉट खरीदा था. जिसे उनके पिता ने 1991 में उनके नाम कर दिया था. जो 1991 से उन्हीं के नाम था. 

एनआरआई ने आगे बताया कि एक मनीष नाम के व्यक्ति और उसके साथियों ने उसे प्लॉट की फर्जी ट्रांसफर डीड, फर्जी आधार कार्ड और अन्य फर्जी डॉक्यूमेंट बनवाकर मनीष नाम के व्यक्ति ने प्लॉट अपने नाम करवा लिया और उसे प्लॉट को किसी अन्य व्यक्ति को बेच दिया. जिसकी शिकायत गुरुग्राम के सेक्टर 29 पुलिस थाने में दी गई जिसके आधार पर उसे आर्थिक अपराध शाखा को जांच के लिए सौंप दिया गया.

आरोपी पंजाब से गिरफ्तार

गुरुग्राम पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने बताया कि गुरुग्राम की आर्थिक अपराध शाखा टीम द्वारा कार्रवाई करते हुए आरोपी को पंजाब के फिरोजपुर से गिरफ्तार कर लिया गया. पकड़ा गया आरोपी का नाम मनीष है जिसकी उम्र 45 साल है. आरोपी ने 12वीं तक पढ़ाई की है, जो कि गांव पंजीके फिरोजपुर पंजाब का रहने वाला हैं .

आगे की जानकारी देते हुए पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने बताया कि पकड़े गए आरोपी से शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि वह एक आढ़त की दुकान पर काम करता है. आरोपी ने बताया कि उसने फर्जी डक्यूमेंट तैयार करवाए, जिसमें अपने साथी का नकली नाम गौरव नरूला लिखवाया. 

बनवाए फर्जी दस्तावेज

आरोपी ने पुलिस को बताया कि फर्जी डॉक्यूमेंट के आधार पर ही उसने अपने आप को गौरव नरूला का भाई बढ़कर नकली प्लॉट की गिफ्ट डीड बनवा दी. इसके बाद उसे प्लॉट को 10 करोड़ 70 लाख में बेच दिया गया. जिसमें आरोपी के खाते में 7 करोड़ 71 लख रुपए आए थे.  

5 दिन की रिमांड पर भेजा

पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने बताया कि पकड़े गए आरोपी को जिला अदालत में पेश किया गया, जहां उसे अदालत ने 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि रिमांड के दौरान आरोपी से पैसे की वसूली की जाएगी और उसके अन्य साथियों के बारे में भी जानकारी हासिल कर उन्हें जल्द गिरफ्तार करेगी.