Rajkumar College Campus, Rajkot: राजकोट (Rajkot) में राजकुमार कॉलेज (आरकेसी) के परिसर (Rajkumar College Campus) में गुरुवार को भारतीय सेना (Indian Army) की एक युद्ध ट्रॉफी बैटल टैंक टी-55 (Battle Tank T-55) का अनावरण किया गया. ये टैंक सोवियत रूस द्वारा डिजाइन किया गया और उस समय अपनी श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ माना जाता था. टैंक T-55 ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध (India-Pakistan War) में भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी जिसके कारण बांग्लादेश का निर्माण हुआ. भारत ने 1966-67 के दौरान विभिन्न बैचों में रूस, पोलैंड और चेकोस्लोवाकिया से टी-55 टैंक खरीदे थे. T-55s को बाद में बाहर कर दिया गया था और तब से इसे युद्ध ट्राफियों के रूप में वर्गीकृत किया गया है. आरकेसी ने पुणे में सेंट्रल आर्मर्ड फाइटिंग व्हीकल डिपो से टैंक खरीदा है.

टैंक बढ़ाएगा स्कूल की शानस्कूल ने एक विज्ञप्ति में कहा, "हमें यकीन है कि स्कूल परिसर में युद्ध ट्रॉफी टैंक टी55 का प्रदर्शन हमारे स्कूल के और छात्रों के साथ-साथ हमारे शहर के अन्य युवाओं को सेना में शामिल होने के लिए प्रेरित करता रहेगा." इसके साथ, आरकेसी गुजरात का पहला गैर-सैन्य स्कूल बन गया है जिसके परिसर में युद्ध ट्रॉफी टैंक स्थापित किया गया है.

इन्होंने किया अनावरणमनोहर पर्रिकर इंस्टीट्यूट ऑफ डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस के महानिदेशक और जापान और मैक्सिको में भारत के पूर्व राजदूत सुजान चिनॉय ने लेफ्टिनेंट जनरल केएस बराड़, भारतीय सेना के बख्तरबंद कोर के महानिदेशक और सेना के अधिकारियों की उपस्थिति में टैंक का अनावरण किया. संयोग से, भारतीय वायु सेना द्वारा सेवामुक्त मिग-27 लड़ाकू विमान शहर के कोटेचा चौक में सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए रखा गया है. इस प्रकार, टी-55 टैंक राजकोट में प्रदर्शन के लिए दूसरी युद्ध ट्रॉफी बन गया.

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