Gujarat Gift-City Renovation: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को संसद में आम बजट पेश किया. जिसमें गुजरात की राजधानी गांधीनगर में स्थित गिफ्ट सिटी के लिए बजट में कुछ शामिल किया गया है. आइये आपको बताते हैं गुजरात की गिफ्ट-सिटी के लिए बजट में क्या है खास.


गिफ्ट-सिटी में आर्बिट्रेशन केन्द्र स्थापित किया जाएगा


गुजरात के गांधीनगर स्थित गिफ्ट सिटी को मजबूत करने के लिए कुछ अहम फैसले लिए गए हैं जिसके मुताबिक अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता यानी आर्बिट्रेशन केन्द्र स्थापित किया जाएगा और साथ ही एक बड़ी घोषणा यह है कि गांधीनगर में विश्व स्तरीय विश्वविद्यालयों और संस्थानों को अनुमति दी गयी है.


विश्व-स्तरीय विश्वविद्यालयों से मिलेगी नयी उड़ान 


आईएफएससीए (IFSCA) के अलावा वित्तीय प्रबंधन, वित्तीय तकनीक, इंजीनियरिंग व गणित में कोर्स ऑफर किए जाएंगे. साथ ही बिना किसी घरेलू नियमन के विश्व स्तरीय विश्वविद्यालय स्थापित करने से वित्तीय सेवा क्षेत्र में स्किल्ड मैन पावर को प्रोत्साहन दिया जाएगा. निर्मला सीतारमण ने कहा कि गिफ्ट सिटी में अधिकांश अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र के तहत विवादों के समय पर निपटान के लिए एक आर्बिट्रेशन केन्द्र की स्थापना की जाएगी. अभी गिफ्ट-आईएफएससीए भारत का पहला अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केन्द्र है.


इससे आर्थिक विकास में होगी वृद्धि 


इस घोषणा पर गिफ्ट सिटी के एमडी व ग्रुप सीईओ तपन रे के मुताबिक बजट में की गई घोषणा गिफ्ट-आईएफएससीए की पारिस्थतिकी नियमन को और ज्यादा बढ़ावा देगा जो वित्त मंत्रालय की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. यह देश के आर्थिक विकास में और ज्यादा प्रभाव डालेगा. यह सेंटर सिंगापुर अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता केन्द्र या लंदन के कॉमर्शियल आर्बिट्रेशन सेन्टर की तरह होगा. 886 एकड़ में फैले गिफ्ट सिटी में कई तरह की मॉडर्न सुविधाएं हैं इसे विश्व के लिए भारत का नया वित्तीय व तकनीकी प्रवेश द्वार बताया जा रहा है.


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