Measles Measles Case: पिछले एक महीने में की गई निगरानी के दौरान मेहसाणा जिले के कुछ हिस्सों में खसरे के कुल 91 संदिग्ध मामलों का पता चला है. स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी. मेहसाणा जिले के महामारी चिकित्सा अधिकारी विनोद पटेल ने कहा कि वडनगर तालुका के मोलीपुर गांव और जिले के कडी शहर के हिस्से से संदिग्ध मामलों के नमूने आगे के परीक्षण के लिए अहमदाबाद की एक प्रयोगशाला में भेजे गए हैं और इसकी रिपोर्ट का इंतजार है.


नवंबर और दिसंबर के बीच 91 संदिग्ध मामले
क्षेत्र में संदिग्ध खसरे के मामलों में संभावित उछाल के पीछे क्षेत्र में टीकाकरण के प्रतिरोध को जिम्मेदार ठहराते हुए पटेल ने कहा कि उपचार और निवारक उपाय किए जा रहे हैं. पटेल ने कहा, "नवंबर और दिसंबर के बीच, मोलीपुर और कड़ी में खसरे के 91 संदिग्ध मामले पाए गए. हमने एक टीकाकरण अभ्यास किया है और उपचार और निवारक उपायों के रूप में विटामिन ए की गोलियां वितरित की हैं."


प्रशासन अलर्ट
उन्होंने कहा कि नियमित निगरानी के दौरान कुछ संदिग्ध मामले सामने आने के बाद अतिरिक्त निगरानी की गई. जिस इलाके में संदिग्ध मामलों का पता चला है वहां पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. टीकाकरण मामलों को रोकने में मदद करता है. COVID-19 महामारी के कारण, खसरे के खिलाफ टीकाकरण और धीमा हो गया. पटेल ने कहा कि अधिकारी टीकाकरण के लाभ के बारे में स्थानीय लोगों में जागरूकता पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं.


केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने इस सप्ताह शुक्रवार को लोकसभा में कहा कि महाराष्ट्र, झारखंड, गुजरात और केरल के कुछ जिलों और शहरों से खसरे के मामले बढ़े हैं. उन्होंने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्थिति का आकलन करने के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों, बाल रोग विशेषज्ञों और सूक्ष्म जीवविज्ञानी सहित कई लोगों की टीमों को तैनात किया है.


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