Gujarat News: गुजरात के आणंद जिले में गंभीरा पुल के ढहने की घटना जो, 9 जुलाई को हुई थी. घटना के बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया था. इस हादसे में करीब 20 से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी और कई लोग घायल हो गए थे. इस पुल पर फंसा एक ट्रक, जो महिसागर नदी में आंशिक रूप से लटक रहा था. उसे लंबे अभियान के बाद 5 अगस्त को सफलतापूर्वक निकाल लिया गया. पुल गिरने के बाद करीब 25 दिनों से वह ट्रक पुल पर ही फंसा हुआ था.

अभियान में 50-60 लोगों की आपातकालीन टीम शामिल

बता दें कि 5 अगस्त यानी कल के दिन गंभीरा पुल पर फंसे ट्रक को निकालने के लिए एक जटिल बचाव अभियान शुरू किया गया. इस अभियान का नेतृत्व पोरबंदर की विश्वकर्मा ग्रुप ने किया, जिसमें 50-60 लोगों की एक एक्सपर्ट समुद्री आपातकालीन टीम शामिल थी. शुरूआत में क्रेन का इस्तेमाल करने की कोशिश की गई, लेकिन यह विफल रहा. इसके बाद अभियान में कैप्सूल बैलून तकनीक और हाइड्रोलिक स्टैंड जैक का इस्तेमाल किया गया, जिसमें चार पुलिंग ट्रक भी शामिल थे.

5 अगस्त की देर रात में ट्रक को सफलतापूर्वक निकाला गया

इस अभियान को 900 मीटर दूरी से संचालित किया गया, ताकि सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. आणंद कलेक्टर प्रवीण चौधरी ने बताया कि ट्रक को निकालना एक जटिल इंजीनियरिंग और सुरक्षा चुनौती थी. 5 अगस्त को देर रात तक ट्रक को सफलतापूर्वक निकाल लिया गया. गंभीरा पुल जो वडोदरा और आनंद को महिसागर नदी के ऊपर जोड़ता है, 9 जुलाई को गिर गया था. इस गंभीर घटना के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया है.