Gujarat News: स्कूल के दिनों में स्टूडेंट्स बोर्ड परीक्षा के अनजाने दहशत से गुजरते हैं. यह जीवन का वह पल होता है जब स्टूडेंट्स किशोर होते हैं और उनके मन में परीक्षा का ऐसा भय बैठा होता है कि उनकी रातों की नींद उड़ जाती है और हाथ-पांव ठंडे होने लगते हैं. ऐसे में उनकी मदद काउंसलर्स करते हैं. गुजरात में स्टूडेंट्स के लिए भी हेल्पलाइन नंबर शुरू किया गया और जितने पैनिक कॉल इसे मिले, उसने इसके ही होश उड़ा दिए.
बोर्ड परीक्षा का डर बच्चों के मन में किस तरह हावी है इसका एक उदाहरण गुजरात में देखे को मिला है. गुजरात सेकेंड्री एवं हायर सेकेंड्री एजुकेशन बोर्ड की परीक्षा आज यानी 27 फरवरी से शुरू हो गई. बीते एक महीने में गुजरात हेल्पलाइन को विद्यार्थियों के 1900 से ज्यादा पैनिक कॉल आए हैं.
इन सवालों को लेकर किया था कॉल
हेल्पलाइन को 1927 पैनिक कॉल आए हैं. ये कॉल एक्सपर्ट और काउंसलर को आए हैं. यह भी केवल एक महीने के भीतर. परीक्षा की अच्छी तैयारी होने के बावजूद स्टूडेंट्स की रातों की नींद उड़ी हुई थी. ऐसे में कुछ स्टूडेंट्स ने परीक्षा में कैसे लिखा जाए, इसके लिए कॉल किया था, जबकि किसी ने पूछा कि ऐसे वक्त में कैसे पॉजिटिव रहा जाए.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक जीएसएचएसईबी परीक्षा के सचिव दिनेश पटेल ने बताया कि हमें सबसे ज्यादा पैनिक कॉल तब आए जब परीक्षा नजदीक थी. 12वीं के साइंस के स्टूडेंट्स ने अच्छे से तैयारी की है लेकिन उन्हें लग रहा था कि जैसे उन्हें कुछ याद ही नहीं है. काउंसलर ने उन्हें बताया कि अगर दो प्रयास में भी नतीजे अच्छे नहीं रहे तो भी वे आगे परीक्षा दे सकते हैं.
शिक्षा मंत्री ने स्टूडेंट्स को दिया सफलता का मंत्र
राज्य के शिक्षा मंत्री प्रफुल्ल पनशेरिया ने स्टूडेंट्स के नाम मेसेज जारी किया और कहा कि अगर कोई बच्चा अच्छा परफॉर्म नहीं करता है उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं है. कम मार्क्स से जीवन समाप्त नहीं हो जाता है. कड़ी मेहनत और धैर्य से भविष्य में सफलता अर्जित की जा सकती है. कई स्टूडेंट्स ने 10वीं और 12वीं के बाद कड़ी मेहनत से सिविल सेवा परीक्षा निकाला है. बच्चों के माता-पिता को भी सकारात्मक रहने की जरूरत है.
ये भी पढ़ें- Gujarat: राजकोट में महिला मरीजों के वीडियो बेचने के मामले में एक और गिरफ्तार, जानें- क्या है पूरा मामला?