Arvind Kejriwal in Gujarat: आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को अहमदाबाद में बीजेपी के खिलाफ जमकर हमला बोला.सीएम केजरीवाल ने सत्तारूढ़ बीजेपी को फटकार लगाते हुए कहा कि वह “मुफ्त की रेवड़ी” देना जारी रखेंगे. उन्होंने पूछा कि, “ये लोग (बीजेपी) कहते रहते हैं कि केजरीवाल मुफ्त की रेवड़ी बांटते हैं. फ्री की रेवड़ी किसे अच्छी नहीं लगती? अच्छी और मुफ्त शिक्षा कौन नहीं चाहता? फ्री की रेवड़ी सभी को पसंद होती है. हम फ्री की रेवड़ी देंगे. आप जो चाहो कर लो.” सीएम केजरीवाल ने गुजरात के ऑटोरिक्शा चालकों के लिए कई बड़ी घोषणायें की हैं.
क्या बोले सीएम केजरीवाल?
सीएम केजरीवाल ने कहा, “वे मुफ्त की रेवड़ी नहीं देंगे. यानी वे लोगों को मुफ्त शिक्षा और मुफ्त सेवाएं नहीं देंगे. यानी 'अपने बच्चों को निजी स्कूलों में भेजें'. उनके बच्चे विदेश में पढ़ते हैं, लेकिन वे एक सरकारी स्कूल में बुनियादी शिक्षा प्राप्त करने वाले गरीब व्यक्ति को भी बर्दाश्त नहीं कर सकते.” गुजरात में मोहल्ला क्लीनिक स्थापित करने का वादा करने वाले केजरीवाल ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा, वे "किस तरह के हिंदू हैं? हिंदू धर्म हमें किसी बीमारी का मुफ्त इलाज करना सिखाता है, और वे कहते हैं कि मुफ्त इलाज नहीं होना चाहिए.”
सीएम केजरीवाल ने ऑटोरिक्शा चालकों से क्या कहा?
सीएम केजरीवाल ने ऑटोरिक्शा चालकों के लिए कहा, “ऑटोरिक्शा चालकों को ऑटो चलाने के लिए लाइसेंस की आवश्यकता होती है, लेकिन शराब बेचने वालों को किसी लाइसेंस की आवश्यकता नहीं होती है. जैसा कि मैंने यहां ऑटो चालकों से सीखा है, ऑटोरिक्शा चालकों से आईपीसी की धारा 188 (लोक सेवक द्वारा विधिवत आदेश की अवज्ञा) का उपयोग करके बहुत सारी रिश्वत ली जाती है. दिल्ली में अधिकारी लाइसेंस नवीनीकरण से लेकर पंजीकरण, परमिट या परिवहन से संबंधित कोई भी सेवा एक फोन कॉल पर देते हैं. अगर गुजरात में आम आदमी पार्टी की सरकार चुनी जाती है तो गुजरात में भी यही सुविधा दी जाएगी.
ऑटोरिक्शा चालक के घर दावत पर जाएंगे केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने, सोमवार शाम को अपने घर पर रात के खाने के लिए एक ऑटोरिक्शा चालक के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया. उन्होंने कहा, उनकी पार्टी ऑटोरिक्शा चालकों का सम्मान करती है. “बीजेपी के 27 वर्षों के शासन में, क्या गुजरात के किसी मुख्यमंत्री या मंत्री ने आपसे आमने-सामने बात की? लेकिन हम ऐसा इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि हम आपका सम्मान करते हैं. दिल्ली में लॉकडाउन के दौरान, हमने लगभग 1.5 लाख ऑटोरिक्शा चालकों को 5,000 रुपये दिए.
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