Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात में इस साल के अंत तक विधानसभा का चुनाव का चुनाव होना है. चुनाव आयोग गुजरात में कभी भी विधानसभा चुनावों की तारीखों का एलान कर सकता है. चुनाव की तारीखों के एलान से पहले ही गुजरात में तमाम पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है और चुनाव प्रचार में जुट गई है. चुनाव से सी-वोटर ने गुजरात की जनता से ये जाना की गुजरात में सबसे बड़ा मुद्दा क्या है, गुजरात की जनता किस मुद्दे को सबसे बड़ा मुद्दा मान रही है. इसी सिलसिले में सी-वोटर द्वारा किये गए सर्वे में जनता ने ये बताया है कि गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए सबसे बड़ा मुद्दा क्या होने वाला है.
गुजरात में सबसे बड़ा मुद्दा क्या है?गुजरात में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सबसे मुद्दे को लेकर लोगों ने अपनी राय दी है. गुजरात के पहले ओपिनियन पोल के मुताबिक, गुजरात के लोगों ने बेरोजगारी को सबसे बड़ा मुद्दा माना है. गुजरात के लोगों के लिए इस वक्त सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी है. गुजरात में 31 फीसदी ऐसे लोग हैं जिन्हें ये लगता है कि गुजरात में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है. इसके बाद बुनियादी सुविधाएं 16 फीसदी, किसान से जुड़े मुद्दे को 15 फीसदी, महंगाई को 8 फीसदी, कोरोना में काम को लेकर 4 फीसदी, कानून व्यवस्था 3 फीसदी, भ्रष्टाचार 7 फीसदी, राष्ट्रीय मुद्दे को 3 फीसदी लोगों ने और अन्य मुद्दे को 13 फीसदी लोगों ने बड़ा मुद्दा माना.
चुनाव प्रचार में जुटी है पार्टियांगुजरात में होने वाले चुनाव को लेकर तमाम पार्टियों के बड़े-बड़े नेताओं ने गुजरात में डेरा जमा लिया है और पार्टी के लिए चुनाव प्रचार कर रहे हैं. गुजरात में इस वक्त दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया मौजद हैं जिन्होंने गुजरात की जनता से शिक्षा को लेकर बड़े वादे किये हैं. कांग्रेस भी बिना किसी शोर के गुजरात में चुनाव प्रचार कर रही है. वहीं बीजेपी ने भी गुजरात में जनता से जुड़ने और चुनाव प्रचार को तेज करने के लिए 'गुजरात गौरव यात्रा' की शुरुआत की है.
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