Delhi Cyber Crime News: साइबर अपराधों की दुनिया में ठग अब नए-नए तरीके अपना रहे हैं. दिल्ली पुलिस साइबर सेल ने एक ऐसी ही जालसाजी का पर्दाफाश करते हुए 2 ठगों को गिरफ्तार किया है, जो निवेश के नाम पर लोगों को चूना लगाते थे. ठगों ने एक फर्जी महिला 'स्टॉक एक्सपर्ट' बनकर भारतीय सेना के एक अधिकारी को 16 लाख रुपए की चपत लगा दी.
व्हाट्सएप पर शुरू हुआ फर्जीवाड़ा
दिल्ली पुलिस के अनुसार, पीड़ित महेश जो भारतीय सेना में सुबेदार हैं, उनको नवंबर 2024 में एक महिला 'आयाना जोसेफ' ने व्हाट्सएप पर संपर्क किया. उसने खुद को एक अनुभवी स्टॉक मार्केट विश्लेषक बताया और महेश को एक विशेष ट्रेडिंग ग्रुप में जोड़ लिया.
महेश को एक ट्रेडिंग ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा गया और बताया गया कि वह उसके मार्गदर्शन में लाखों कमा सकते हैं. शुरुआत में ऐप पर 30 लाख रुपए से अधिक का मुनाफा दिखाया गया, लेकिन जब महेश ने 8 लाख रुपए की निकासी की कोशिश की, तो उन्हें ‘सर्विस टैक्स’ और ‘कैपिटल गेन टैक्स’ के नाम पर 17 लाख रुपए मांगे गए. महेश ने भरोसे में आकर 5 लाख रुपए और जमा कर दिए, लेकिन पैसा वापस नहीं आया.
जालसाजों का जाल गुजरात तक फैला
जांच में पता चला कि पीड़ित से ठगे गए 8 लाख रुपए वडोदरा निवासी गायकवाड़ अनिकेत के खाते में गए, और वहां से भावनगर निवासी आकाश गोहिल के खाते में ट्रांसफर किए गए. पैसे को चेक से निकालकर नकद में ठगों तक पहुंचाया गया. पुलिस टीम ने गुजरात में दबिश देकर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया.
पूछताछ में खुलासा हुआ कि अनिकेत ने अपने दोस्त 'अमर संधू' के कहने पर बैंक खाते खोले थे, और इसके लिए उसे 50,000 रुपए की कमीशन मिली थी. वहीं, आकाश ने ‘छोटू गढ़वी’ नाम के व्यक्ति को 8 लाख रुपए की नकद राशि सौंपी थी और खुद कमीशन लेकर अलग हो गया था.
मोबाइल से मिले चौंकाने वाले सबूत
दोनों आरोपियों के मोबाइल से व्हाट्सएप चैट और अन्य आपत्तिजनक सबूत मिले हैं, जो इस फर्जीवाड़े में उनकी भूमिका को पुख्ता करते हैं. फिलहाल छोटू गढ़वी और अमर संधू फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस गुजरात के कई जिलों में छापेमारी कर रही है.
दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने इस मामले में तकनीकी विश्लेषण और मनी ट्रेल की मदद से अहम कड़ी पकड़ी और निवेश के नाम पर चल रहे इस बड़े फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ किया. पुलिस का कहना है कि गिरोह में और भी लोग शामिल हो सकते हैं और जल्द ही पूरे नेटवर्क को बेनकाब किया जाएगा.