Waqf Amendment Bill 2025: संसद में आज (2 अप्रैल) वक्फ संशोधन बिल पेश होने वाला है. उससे पहले दिल्ली एआईएमआईएम के अध्यक्ष शोएब जमई का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि अगर वक्फ बिल जबरन मुसलमानों पर थोपने की कोशिश की गई तो देशव्यापी आंदोलन होगा और इसकी शुरुआत दिल्ली से करेंगे. 

शोएब जमई ने कहा कि पिछली बार आंदोलन जहां से खत्म हुआ था, शुरूआत वहीं से होगी. हम अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का इस्तेमाल करेंगे और संविधान में अल्पसंख्यको को दिए गए अधिकार पर हमला बर्दाश्त नहीं करेंगे.

बता दें कि वक्फ संशोधन विधेयक को पारित कराने के लिए लोकसभा में बुधवार को विचार किया जाएगा, जिससे इसे पारित कराने के लिए दृढ़संकल्पित सरकार और प्रस्तावित कानून को असंवैधानिक बताकर इसकी निंदा करने वाले विपक्ष के बीच टकराव का मंच तैयार हो गया है. राज्यसभा में इस पर बृहस्पतिवार को चर्चा होने की उम्मीद है.

इन पार्टियों ने भी जारी किया व्हिप

दोनों सदनों में प्रस्तावित कानून पर चर्चा के लिए आठ-आठ घंटे आवंटित किए गए हैं. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बाद चार सबसे बड़े घटकों- तेलुगुदेशम पार्टी (TDP), जनता दल-यूनाइटेड (JDU), शिवसेना और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने अपने सांसदों को व्हिप जारी कर सरकार के रुख का समर्थन करने को कहा है.

सूत्रों ने बताया कि बीजेपी के कुछ सहयोगी दल विधेयक में और बदलाव की मांग कर रहे हैं. बीजेपी के एक सहयोगी दल के वरिष्ठ सदस्य ने उम्मीद जताई कि बीजेपी उनके विचारों को ध्यान में रखेगी. उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी कुछ चिंताओं का निदान संसद की संयुक्त समिति ने की है और एनडीए इस मुद्दे पर एकजुट रहेगा.

केंद्रीय अल्पसंख्यक और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की अध्यक्षता में सदन की कार्य मंत्रणा समिति (BAC) की बैठक में इस विधेयक पर आठ घंटे की चर्चा के लिए सहमति बनी जिसे सदन की भावना के अनुरूप और बढ़ाया जा सकता है. बैठक में विधेयक को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखी तकरार के प्रारंभिक संकेत तब दिखाई दिए जब विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के सदस्यों ने बैठक से वॉकआउट किया और सरकार पर उनकी आवाज दबाने का आरोप लगाया.