Vijender Gupta On AAP: दिल्ली विधानसभा में मंगलवार (01 अप्रैल) को एक अजीब स्थिति पैदा हो गई. आम आदमी पार्टी के विधायक कुलदीप कुमार ने दिल्ली में बिजली कटौती पर चर्चा के लिए विधानसभा में नियम-54 के तहत एक नोटिस दिया था. यह विषय बहुत जरूरी था, इसलिए इसे कार्यसूची में शामिल किया गया लेकिन जब शाम 4:40 बजे इस पर चर्चा शुरू हुई, तो न कुलदीप कुमार सदन में थे और न ही विपक्ष का कोई भी सदस्य मौजूद था.
दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने इसे गैर-जिम्मेदाराना बताते हुए कहा, ''यह सदन और जनता के साथ धोखा है. सदन में चर्चा के लिए विषय रखने वाले को खुद मौजूद रहना चाहिए. विपक्ष का इस तरह गायब रहना गलत परंपरा है.''
मुद्दा उठाकर विपक्ष के लोग भाग जाते हैं- विजेंद्र गुप्ता
विधानसभा अध्यक्ष ने आगे कहा, ''विपक्ष केवल अखबारों और टीवी में सुर्खियां बटोरना चाहता है. वे पहले कोई मुद्दा उठाते हैं, और जब वास्तव में उस पर चर्चा होती है, तो भाग जाते हैं.'' उन्होंने विपक्ष से लोकतांत्रिक प्रक्रिया का सम्मान करने और अपनी जिम्मेदारी निभाने की अपील की.
मंत्री आशीष सूद ने बिजली कटौती से जुड़े फैक्ट रखे
हालांकि, विधानसभा में विपक्ष की गैरमौजूदगी के बावजूद इस विषय पर चर्चा कराई गई. आठ विधायकों ने अपने विचार रखे और विपक्ष के इस व्यवहार की आलोचना की. दिल्ली सरकार के मंत्री आशीष सूद ने बिजली कटौती से जुड़े सभी तथ्य रखे और सरकार का पक्ष साफ किया.
AAP का असली चेहरा बेनकाब हो गया- आशीष सूद
दिल्ली के मंत्री आशीष सूद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी 'आप' की कड़ी आलोचना की. उन्होंने लिखा, ''आम आदमी पार्टी के विधायकों का असली चेहरा एक बार फिर बेनकाब हो गया. आज विधानसभा में बिजली के मुद्दों पर चर्चा हो रही थी, लेकिन AAP का एक भी MLA वहां नहीं दिखा, सब भाग खड़े हुए.''
उन्होंने आगे लिखा, ''आतिशी और सभी AAP विधायकों ने पिछले 10 सालों में कुछ नहीं किया और अब जब वे हमें काम करते देखते हैं, तो वे लोगों के बीच भ्रामक जानकारी फैला रहे हैं और डर पैदा कर रहे हैं. मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि वर्तमान दिल्ली सरकार काम करने में विश्वास रखती है और केजरीवाल की भ्रष्ट सरकार की तरह नहीं है, जिसने अपने निकम्मेपन को विज्ञापनों से ढक देती थी.''