टमाटर की कीमतों में गिरावट के बाद, बीते कुछ दिनों से टमाटर की कीमतों में फिर से उछाल देखने को मिल रहा है और यह लगातार बढ़ता ही जा रहा है. जिससे एक बार फिर से खुदरा बाजारों में टमाटर की कीमतें 80 रुपये प्रतिकिलो तक पहुंच गयी हैं. आमतौर पर साल के इस समय मे टमाटर सस्ती हो जाती है, लेकिन बीते दिनों मौसम की मार से खराब हुई फसलों के कारण महंगा हुआ टमाटर एक बार फिर से लोगों की रसोई का बजट बिगाड़ता नजर आ रहा है.

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बेमौसम बारिश और फसल नुकसान

क्यों टमाटर की कीमतों में उछाल आया और मांग पर इसका क्या असर पड़ रहा है इसकी जानकारी लेने ABP लाइव की टीम पश्चिमी दिल्ली के सबसे बड़े थोक मार्केट केशोपुर मंडी पहुंची. जहां बातचीत में टमाटर व्यापारी प्रदीप ने बताया कि टमाटर राजस्थान, इंदौर, बेंगलूर, सोलापुर इन जगहों से आता था और हर साल इस महीने टमाटर की कीमतें सस्ती होती थी, लेकिन छठ के बाद हुई बारिश ने फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया. जिस कारण इस वक्त सिर्फ इंदौर से टमाटर की आवक हो रही है.

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थोक और खुदरा बाजार में कीमतों का अंतर

गौरतलब है कि, पिछले साल इस महीने में टमाटर 10 से 20 रुपए किलो तक बिका था. लेकिन आज टमाटर थोक भाव मे 50 से 60 रुपए प्रतिकिलो बिक रहा है. जबकि खुदरा बाजारों तक पहुंचते-पहुंचते टमाटर की कीमत 70 से 80 रुपए तक जा रही है. महीने की शुरुआत में 25-30 रुपये किलो थी कीमत. टमाटर व्यापारी राम छबीला यादव ने बताया कि 15 दिन तक इस महीने टमाटर 25 से 30 रुपए किलो थोक में बिक रहा था. लेकिन अचानक बारिश ने लोगों के थाली में पड़ोसी जा रही सब्जी का जायका खराब कर दिया. वहीं, टमाटर व्यापारी इंद्रजीत कुमार का कहना है कि एक तो बारिश ने टमाटर के खेती को बर्बाद किया वहीं, दूसरी ओर शादी-समारोहों में सब्जियों की बड़े पैमाने पर मांग भी कही न कही टमाटर की कीमतों में उछाल का कारण बन रहे हैं.