Energy Crisis In Delhi 2023: बिना किसी रूकावट के दिल्ली में सब्सिडी के आधार पर बिजली की आपूर्ति पहले की तरह जारी रहेगी. इस मसले पर दिल्ली सरकार अपना स्टैंड साफ कर चुकी है. इसके साथ ही दिल्ली में बिजली कब तक कटती है और किस वजह से कटती है, इसकी भी मॉनिटरिंग अब दिल्ली सरकार द्वारा सीधे तौर पर की जाएगी, लेकिन इस बार यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि दिल्ली में रिकॉर्ड स्तर पर बिजली की मांग हो सकती है. बीते दिनों दिल्ली की ऊर्जा मंत्री आतिशी की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक हुई, जिसमें बिना किसी रूकावट के पावर सप्लाई को जारी रखने का फैसला लिया गया. बिजली वितरण कंपनियों को यह तय करने को कहा गया कि किसी भी हाल में बिजली आपूर्ति बाधित नहीं होनी चाहिए. 


इस बार फरवरी से ही दिल्ली में गर्मी असर जारी है. मार्च में ही मई वाली गर्मी का अहसास होने लगा है. तय है इस बार बिजली मांग भी रिकॉर्ड स्तर पर होने की संभावना है. वैसे भी गर्मी के दिनों में बिजली की मांग सबसे ज्यादा होती है. इस बार सियासी उठापटक के बीच दिल्ली सरकार ने तो पहले ही स्पष्ट हिदायत दी है कि बिना किसी रुकावट के 24 घंटे दिल्ली में बिजली सप्लाई सुनिश्चित किया जाए. वहीं इस बार पिछले साल की तुलना में लगभग 5% बिजली की मांग में इजाफा देखने को मिल सकता है. लगभग 8100 मेगावाट तक राजधानी में बिजली खपत हो सकती है, जो पिछले वर्ष से लगभग 400 मेगा वाट अधिक है.


बिजली पर तेज हुई दिल्ली की सियासत


दिल्ली में बिजली सब्सिडी को लेकर एलजी ने दिल्ली सरकार को सबसे पहले कैबिनेट से प्रस्ताव पारित कराने का दिशा निर्देश दिया है, जबकि इस मामले पर दिल्ली सरकार में ऊर्जा मंत्री आतिशी ने पलटवार करते हुए कहा कि बिना किसी रूकावट के दिल्ली वालों को पहले की तरह बिजली सब्सिडी मुहैया कराई जाएगी. वहीं आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने एलजी पर असंवैधानिक तरीके से दिल्ली सरकार के कामकाज में हस्तक्षेप का आरोप लगाया है.


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