Lok Sabha Elections 2024: कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने राधिका खेड़ा के बयान पर प्रतिक्रिया दी है. राधिका खेड़ा कांग्रेस से इस्तीफा दे चुकी हैं. उन्होंने  दावा किया उन्होंने घर के आगे ऱाम नाम का ध्वज लगा दिया तो उनसे कहा गया कि ऐसा क्यों किया. राम मंदिर जाने पर सवाल किया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि डिबेट में भी जाने से रोका गया और लगातार अपमानित किया जा रहा था. इस पर सुप्रिया श्रीनेत ने पलटवार किया.


राधिक के बयान पर श्रीनेता ने कहा, ''अयोध्या जाने वाले लोगों में सबसे पहले मैं थी. दीपेद्र हुड्डा, अराधना मिश्रा मोना, चरणजीत सिंह चन्नी, अविनाश पांडे, अजय राय. हम सब अयोध्या गए. हमें किसी ने नहीं रोका टोका. चन्नी और विक्रमादित्य लोकसभा उम्मीदवार हैं. अराधना मिश्रा मोना अभी CLP नेता है. जो उधर से स्क्रिप्ट आई है वही स्क्रिप्ट पढ़ रहे ये लोग. कुछ रोचक होना चाहिए वरना ये सब तो बोरिंग है''.


राधिका खेड़ा ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा


छत्तीसगढ़ कांग्रेस नेता राधिका खेड़ा ने प्रदेश इकाई पर अपमान का आरोप लगाने के बाद रविवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने दावा किया कि उनके अयोध्या जाने के बाद कांग्रेस उनसे नफरत करने लगी थी. राम मंदिर और भव्य मंदिर के वीडियो या फोटो शेयर करने पर फटकार लगाई गई. राष्ट्रीय राजधानी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, खेड़ा ने कहा कि पार्टी ने उन्हें चुनाव अवधि के दौरान मंदिर नहीं जाने का निर्देश दिया.


राधिका खेड़ा का कांग्रेस पर हमला?


राधिका खेड़ा ने आगे कहा, ''मैंने हमेशा सुना है कि कांग्रेस राम विरोधी, सनातन विरोधी और हिंदू विरोधी है, लेकिन मैंने कभी इस पर विश्वास नहीं किया. महात्मा गांधी हर बैठक की शुरुआत 'रघुपति राघव राजा राम' से करते थे. जब मैं वहां गया तो मुझे इस वास्तविकता से अवगत हुआ. अपनी दादी के साथ राम मंदिर और वहां से लौटने के बाद, मैंने अपने घर के दरवाजे पर 'जय श्री राम' का झंडा लगाया और उसके बाद, कांग्रेस पार्टी मुझसे नफरत करने लगी.


ये भी पढ़ें: Lok Sabha Elections: गुरुग्राम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद कांग्रेस प्रत्याशी का BJP पर हमला, कहा- 'पूर्व सीएम को...'