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SSC की परीक्षा में गड़बड़ियों का आरोप लगाते हुए छात्र और शिक्षक लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. गुरुवार (31 जुलाई) को दिल्ली के DOPT दफ्तर के बाहर प्रदर्शन कर रहे कई छात्रों और टीचर्स को हिरासत में ले लिया गया था. वहीं अब शुक्रवार (1 अगस्त) को भी छात्र काली पट्टी बांधकर जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करते नजर आए.

उनका कहना है कि जब तक भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और स्थिरता नहीं आती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. SSC की Selection Post Phase-13 परीक्षा अब एक नई एजेंसी Eduquity को दी गई है. लेकिन छात्रों का आरोप है कि यह वही कंपनी है, जो पहले व्यापम घोटाले जैसी विवादित परीक्षाओं में भी शामिल रही है और जिसे शिक्षा विभाग द्वारा ब्लैकलिस्ट किया जा चुका है.

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क्या है छात्रों की मांग और नाराजगी की वजह?

अब यही एजेंसी SSC की दूसरी परीक्षाएं जैसे कि CGL भी करवाने जा रही है, जिसमें करीब 30 लाख छात्र बैठते हैं. छात्रों का सवाल है  जब एक छोटी परीक्षा ढंग से नहीं करा पा रही, तो बड़ी परीक्षा कैसे संभालेगी? प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों का यह भी आरोप है कि फर्स्ट शिफ्ट में आए सवालों को ही हूबहू दूसरे और तीसरे फेज़ में दोहराया जा रहा है. इससे परीक्षा की गोपनीयता और निष्पक्षता पर बड़ा सवाल उठता है.

आधार ऑथेंटिकेशन बना नई मुसीबत

SSC ने आधार कार्ड ऑथेंटिकेशन अनिवार्य कर दिया है. इससे कई छात्र फॉर्म ही नहीं भर पाए और जिन्हें सेंटर मिला, वहां फिंगरप्रिंट मिलान या सिस्टम की समस्या के चलते परीक्षा से रोका गया.

रद्द हुईं कई परीक्षाएं, बिना जानकारी के

छात्रों का गुस्सा इस बात पर भी है कि बिना किसी पूर्व सूचना के SSC की कई परीक्षाएं रद्द कर दी गईं, खासकर Phase-13 की. छात्रों ने कहा हम दूर से परीक्षा देने आए, पैसे खर्च हुए, समय गया... और सेंटर जाकर पता चला कि पेपर ही रद्द है.

परीक्षा केंद्रों की गड़बड़ियां और तकनीकी फेल

कई छात्रों को गलत परीक्षा केंद्र आवंटित किए गए.

कुछ केंद्रों पर कंप्यूटर खराब, माउस नहीं चल रहा, या स्क्रीन बार-बार ब्लैक हो रही थी.

कई जगह सर्वर क्रैश होने से पेपर बीच में रुक गए.

छात्रों का आरोप है कि कुछ केंद्रों पर दुर्व्यवहार भी हुआ बदसलूकी, चुप कराने की कोशिश, और प्रशासनिक लापरवाही. कई अभ्यर्थियों की आँखों में आज यही सवाल तैरता दिखा. किसी ने कोचिंग छोड़ी, किसी ने नौकरी, कई सालों से तैयारी कर रहा था. लेकिन बदले में मिली उलझन, गड़बड़ी और लाठी.

जंतर मंतर पर फिर जुटे छात्र और शिक्षक

आज शुक्रवार को जंतर मंतर पर 100 से ज्यादा छात्र और टीचर पहुंचे. सिर पर काली पट्टी बांधकर उन्होंने विरोध जताया. उनकी मांग है.

Eduquity जैसी विवादास्पद कंपनी से एग्जाम ठेका वापस लिया जाए.

परीक्षा केंद्रों की तकनीकी समस्याओं की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई हो.

रद्द की गई परीक्षाओं के लिए नई तारीख घोषित हो और खर्च हुए पैसे की भरपाई हो.

अभी तक SSC या सरकार की तरफ से कोई औपचारिक बयान नहीं आया है. अगर जल्द समाधान नहीं निकला, तो यह विरोध आंदोलन और तेज हो सकता है.