Delhi News: दक्षिण-पश्चिम दिल्ली में जिलाधिकारी (South-West Delhi DM) के रूप में पदस्थ भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS Lakshya Singhal) के एक युवा अधिकारी को अपने गुरुजी को अपने आधिकारिक कुर्सी पर बैठाना महंगा पड़ गया. सोशल मीडिया (Social Media) में वीडियो सामने आने के बाद वह विवादों में घिर गए हैं और उनसे तरह-तरह के सवाल पूछे जाने लगे. कई लोगों ने अशोभनीय तंज भी कसें हैं. वीडियो में उन्हें एक संत को सम्मानित करते और अपनी आधिकारिक कुर्सी पर बैठाते हुए देखा जा सकता है.


अधिकारी को मिली इस बात की चेतावनी


दरअसल, राजस्व विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के जिलाधिकारी और 2019 बैच के आईएएस अधिकारी लक्ष्य सिंघल (IAS Lakshya Singhal) ने अपनी ‘गलती’ स्वीकार करते हुए कहा है कि वह केवल अपने गुरु को सम्मान दे रहे थे और इसका उनकी आधिकारिक जिम्मेदारी से कोई लेनादेना नहीं है. सूत्रों के अनुसार अधिकारी को चेतावनी दी गई है कि भविष्य में इस तरह की घटना दोबारा रिपीट न करें.


डीएम ने सम्मान देने के मकसद से किया था ऐसा


राजस्व विभाग के अधिकारी ने बताया कि सिंघल से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने जवाब में कहा, ‘‘वह शुरू से मेरे गुरु रहे हैं. मैंने उन्हें सम्मानित करने के लिए आमंत्रित किया था. उन्होंने ही कॉलेज के दिनों में मुझे यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने की सलाह दी थी.’’ 


आधिकारिक कामकाज में नहीं किया हस्तक्षेप


राजस्व विभाग के अधिकारी के अनुसार सिंघल ने यह भी कहा कि यह केवल सम्मान देने के मकसद से किया गया था. इसके जरिए उनके आधिकारिक कामकाज में हस्तक्षेप नहीं किया गया. उन्होंने यह भी कहा कि वह भविष्य में इस बात का ध्यान रखेंगे, , ऐसी कोई घटना दोबारा न हो. हालांकि, सिंघल से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है.


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