जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को लेह पुलिस ने शुक्रवार (26 सितंबर) को गिरफ्तार कर लिया. इस पर आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि रावण का भी अंत हुआ था. कंस का भी अंत हुआ था. हिटलर और मुसोलिनी का भी अंत हुआ था. और आज उन सब लोगों से लोग नफ़रत करते हैं. आज हमारे देश में तानाशाही चरम पर है. तानाशाही और अहंकार करने वालों का अंत बहुत बुरा होता है.

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AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक दूसरे पोस्ट में ये भी कहा, ''सोनम वांगचुक, जो व्यक्ति देश के बारे में सोचता है, शिक्षा के बारे में सोचता है, नए नए आविष्कार करता है, उसको आज केंद्र सरकार का पूरा तंत्र बेहद घटिया राजनीति के तहत प्रताड़ित कर रहा है. बेहद दुख होता है- देश की बागडोर कैसे लोगों के हाथ में है. ऐसे देश कैसे तरक्की करेगा''?

हिंसक विरोध प्रदर्शन में 4 लोगों की हुई मौत

अधिकारियों ने बताया कि अलग राज्य का दर्जा और संविधान की छठी अनुसूची के विस्तार की मांग को लेकर आंदोलन के समर्थकों द्वारा किए गए हिंसक विरोध प्रदर्शन के दो दिन बाद सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी हुई है. इस प्रदर्शन में चार लोगों की मौत हो गई थी और 90 अन्य घायल हो गए थे.

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सोनम वांगचुक पर हिंसा भड़काने का आरोप

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि वांगचुक को लद्दाख के डीजीपी एसडी सिंह जामवाल के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने शुक्रवार दोपहर 2.30 बजे हिरासत में लिया. गृह मंत्रालय ने लेह एपेक्स बॉडी (एलएबी) के एक वरिष्ठ सदस्य वांगचुक को हिंसा भड़काने के लिए जिम्मेदार ठहराया था, जो कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस (केडीए) के साथ मिलकर पिछले पांच वर्षों से मांगों के समर्थन में आंदोलन का नेतृत्व कर रहा है.

हालांकि, मांगों के समर्थन में भूख हड़ताल का नेतृत्व कर रहे वांगचुक ने आरोपों से इनकार किया. उन्होंने हिंसा की निंदा की और बुधवार को हिंसा के बाद दो सप्ताह से चल रहा अनशन भी खत्म कर दिया था.