रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के इतिहास में पहली बार किसी महिला अधिकारी को सबसे ऊंचा पद सौंपा गया है. मध्य प्रदेश कैडर की 1993 बैच की वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सोनाली मिश्रा को रेलवे सुरक्षा बल की महानिदेशक (डीजी) नियुक्त किया गया है.
कार्मिक मंत्रालय की ओर से शनिवार (12 जुलाई) को जारी आदेश के अनुसार, नियुक्तियों पर कैबिनेट समिति ने उनकी नियुक्ति को मंजूरी दी है और वह 31 अक्टूबर 2026 को सेवानिवृत्ति तक इस पद पर रहेंगी. वर्तमान DG मनोज यादव के 31 जुलाई को रिटायर होने के बाद मिश्रा यह जिम्मेदारी संभालेंगी.
कौन हैं सोनाली मिश्रा?
अपने विशिष्ट करियर में सोनाली मिश्रा ने कई अहम जिम्मेदारियां संभाली हैं. जुलाई 2021 में उन्हें भारत-पाकिस्तान सीमा पर पंजाब में BSF के गठन की पहली महिला कमांडर नियुक्त किया गया था. इसके अलावा उन्होंने कश्मीर घाटी में BSF के गठन का नेतृत्व भी किया है, जहां वे इंस्पेक्टर जनरल (IG) के रूप में तैनात थीं. उन्होंने BSF की खुफिया इकाई का भी नेतृत्व किया और बतौर अतिरिक्त महानिदेशक (ADG) कार्य किया. सुरक्षा बलों में महिला नेतृत्व की यह उपलब्धि मिश्रा की कार्यकुशलता और निष्ठा का प्रमाण है.
इस समय सोनाली मिश्रा मध्य प्रदेश पुलिस में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (चयन) के पद पर कार्यरत हैं. रेलवे सुरक्षा बल की जिम्मेदारी रेलवे संपत्ति और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की होती है. मिश्रा की यह नियुक्ति न केवल ऐतिहासिक है बल्कि महिला नेतृत्व की दिशा में एक प्रेरक कदम भी मानी जा रही है.
1957 में हुई थी RPF की स्थापना
RPF की स्थापना 1957 में संसद के एक अधिनियम के तहत की गई थी. 1966 में बल को जांच, गिरफ्तारी और अभियोजन की शक्तियाँ दी गईं और 20 सितंबर 1985 को इसे केंद्र की सशस्त्र बल का दर्जा मिला.
सोनाली मिश्रा को उनकी विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक (PPMDS) और सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक (PMMS) से सम्मानित किया जा चुका है. उनकी यह नई जिम्मेदारी महिलाओं के लिए प्रेरणा बनेगी, खासकर सुरक्षा बलों में नेतृत्व के क्षेत्र में. रेलवे सुरक्षा बल जैसी अहम संस्था के नेतृत्व में महिला अधिकारी का आना एक बड़ा संकेत है कि अब सुरक्षा बलों में लैंगिक संतुलन की ओर ठोस कदम उठाए जा रहे हैं.