Delhi Latest News: दिल्ली में रविवार को जेएनयू की पूर्व छात्र नेता शेहला रशीद की पुस्तक 'रोल मॉडल्स: इंस्पायरिंग स्टोरीज ऑफ इंडियन मुस्लिम अचीवर्स' रिलीज हुई. इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह एक बहुआयामी पुस्तक है और इसे एक सेल्फ-हेल्प पुस्तक के रूप में भी लिया जा सकता है.
शेहला राशीद ने इस मौके पर न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, "रोल मॉडल्स: इंस्पायरिंग स्टोरीज ऑफ इंडियन मुस्लिम अचीवर्स' में बहुत सारी प्रेरणादायी स्टोरीज हैं. अगर किसी के जीवन में मुश्किल समय चल रहा है तो उनको ये किताब जरूर पढ़नी चाहिए. ताकि उनको ये पता चल सके कि कोई भी अचीवर बनता है तो कोई एक दिन में नहीं बन जाता."
'ऐसे बनता है कोई अचीवर'
किसी भी व्यक्ति की सफलता के पीछे बहुत सारे फेल्योर और सेटबैक होते हैं, जिसका उन्हें सामना करना पड़ता है. इन सबसे पार पाने के बाद ही कोई अचीवर बन पाता है.
विकसित भारत पर क्या कहा?
जेएनयू की पूर्व छात्रा शेहला रशीद ने ये भी कहा, "यह पुस्तक विकसित भारत के बारे में है. देश के 20 करोड़ मुसलमान विकसित भारत के हिस्सा हैं, लेकिन उन्हें अपनी भूमिका को और प्रभावी बनाने के लिए यह जानना होगा कि और क्या करने की जरूरत है? यह भारत पहले, राष्ट्र पहले के दृष्टिकोण को अपनाने पर केंद्रित है. हम मुसलमानों के किसी भी मंच या प्रवचन में लैंगिक संतुलन नहीं देखते हैं. विकसित भारत का आह्वान एक धर्मनिरपेक्ष विचार है."
शेहला ने किसे बताया फेवरेट
शेहला रशीद ने एक सवाल के जवाब में कहा कि अभिनेत्री हुमा कुरैशी हों या सानिया मिर्जा या कोई और, सभी के सफलता के पीछे ढेरों कहानियां छुपी हैं. उन्होंने सनिया मिजा को लेकर कहा कि वह टेनिस की इंटरनेशनल खिलाड़ी हैं. उन्होंने एथलीट शम्स आलम को अपना फेवरेट बताया. उन्होंने कहा कि वह पैरा स्विमर हैं, लेनिक उनका खेल के क्षेत्र में रिकॉर्ड चौंकाने वाला है. वह लगातार देश का नाम रोशन कर रहे हैं. उनसे बहुत कुछ सीखने की जरूरत है.