Delhi Crime News: दिल्ली के सराय रोहिल्ला इलाके में हुई एक अजीबोगरीब हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने केवल लूट के इरादे से एक बुजुर्ग की जान ले ली और वारदात को इतनी सफाई से अंजाम दिया कि शुरुआती जांच में मौत की कोई बाहरी वजह नजर नहीं आई. 

डीसीपी नॉर्थ राजा बंथिया ने बताया कि 1 फरवरी की सुबह पुलिस को सूचना मिली कि सराय रोहिल्ला के विवेकानंदपुरी स्थित एक ऑफिस के बेसमेंट में एक व्यक्ति मृत पड़ा है. मौके पर पहुंची पुलिस टीम को 68 वर्षीय रणबीर सिंह का शव खून से सना मिला, लेकिन उनके शरीर पर किसी भी तरह की चोट के निशान नहीं थे.

बुजुर्ग को तुरंत हिंदू राव अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. मृतक के बेटे ने बताया कि ऑफिस से एक अल्ट्रासाउंड मशीन, लैपटॉप और अन्य कीमती सामान गायब था, जिससे मामला लूट और हत्या की ओर इशारा कर रहा था. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की. 

'झोलाछाप डॉक्टर' ने रची खतरनाक साजिशडीसीपी ने बताया कि जांच में सामने आया कि मुख्य आरोपी मोहम्मद परवेज आलम एक झोलाछाप डॉक्टर था, जो भगरा, मुजफ्फरनगर में ‘भारत मेडिकेयर’ नाम से क्लिनिक चला रहा था.

उसे अल्ट्रासाउंड मशीन की जरूरत थी, लेकिन जब उसने इसे खरीदने की कोशिश की, तो सौदा तय नहीं हो पाया. इसके बाद उसने अपने दो साथियों के साथ मिलकर लूट की साजिश रच डाली.

वारदात का तरीका: पहले दबोचा, फिर इंजेक्शन देकर मार डाला1 फरवरी को तीनों आरोपी मृतक रणबीर सिंह के ऑफिस पहुंचे और अल्ट्रासाउंड मशीन खरीदने के बहाने बातचीत करने लगे. मौका मिलते ही उन्होंने बुजुर्ग को दबोच लिया. पहले गला दबाया और फिर एक घातक इंजेक्शन देकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया. इसके बाद वे लूटे हुए सामान को लेकर फरार हो गए.

डीसीपी ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए इंस्पेक्टर विकास राणा के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई, जिसमें एसआई बीराज साल्वी और अन्य अनुभवी पुलिसकर्मी शामिल थे.

टीम ने करीब 300 सीसीटीवी फुटेज खंगाले, संदिग्धों की गतिविधियों को ट्रैक किया और आखिरकार उनकी पहचान कर ली. जांच के दौरान एक संदिग्ध कार का रजिस्ट्रेशन नंबर मिला. इससे आरोपियों तक पहुंचने में मदद मिली. 

इसके बाद तकनीकी जांच और सर्विलांस के जरिए पुलिस ने आरोपियों की लोकेशन ट्रेस की और उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के भगरा इलाके में छापा मारा. पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता मोहम्मद परवेज आलम और उसके दो साथियों मोहम्मद नासिर और निखिल कुमार को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के दौरान उनके पास से लूटी गई अल्ट्रासाउंड मशीन, लैपटॉप, बैग, पासबुक, चेकबुक और अन्य सामान बरामद हुआ. वारदात में इस्तेमाल की गई कार भी जब्त कर ली गई.

गिरफ्तार आरोपी1. मोहम्मद परवेज आलम (27) – भगरा, मुजफ्फरनगर में झोलाछाप डॉक्टर, ‘भारत मेडिकेयर’ क्लिनिक का संचालक2. मोहम्मद नासिर (30) – मुजफ्फरनगर के एक अस्पताल में वार्ड बॉय3. निखिल कुमार (19) – एक अन्य नर्सिंग होम में वार्ड बॉय

फिलहाल, पुलिस अब आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड खंगाल रही है और यह पता लगाने में जुटी है कि क्या उन्होंने पहले भी ऐसी वारदात को अंजाम दिया है.

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