Sandeep Dikshit On Delegation: जम्मू के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादी हमले के बाद भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाया था. इस के बाद चार दिनों भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसा माहौल बना रहा. इस दौरान गोलीबारी और एयर स्ट्राइक की वजह से पाकिस्तान को काफी नुकसान उठाना पड़ा, लेकिन नाटकीय अंदाज में सीजफायर होने की घटना के बाद इसके नफा नुकसान को लेकर विश्व स्तर पर सियासी उठापटक जारी है.
इस बीच केंद्र सरकार ने अलग-अलग देशों में अलग-अलग प्रतिनिधिमंडल भेजकर भारत का पक्ष रखने के लिए 7 प्रतिनिधिमंडल का शनिवार को ऐलान किया. इस प्रतिनिमंडल में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर भी हैं. इस पर कांग्रेस ने ऐतराज जताया है.
प्रतिनिधिमंडल को लेकर पूछे सवालों का दिया ये जवाब
अब दिल्ली कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. हालांकि, संदीप दीक्षित ने अपने बयान में शशि थरूर का सीधे तौर पर नाम नहीं लिया है.
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा, "पहले भी हमने ऐसा किया है. महत्वपूर्ण मुद्दों पर हमेशा सभी दलों के नेताओं का समूह विदेशों में जाता है और वह जाकर वहां देश की ओर से अपनी बात रखते हैं. भारत सरकार की ओर से जो बातें या जानकारी दी जाती है, उसी को प्रतिनिधिमंडल में शामिल लोग वहां जाकर रखते हैं."
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की निरंतर लड़ाई और 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर आगे कहा, "हमारे उच्चायुक्त वहां के उच्चायुक्त से बात करते हैं. जब हमारा प्रतिनिधिमंडल वहां जाता है, तो नागरिक से नागरिक और राजनेता से राजनेता के बीच संवाद होता है. जब मुद्दे देश की एकता और अखंडता से जुड़े होते हैं तो प्रतिनिधियों के दौरे का अलग मतलब होता है. हर बार इसका कुछ न कुछ प्रभाव पड़ता है. कुल मिलाकर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है."
दरअसल, भारत सरकार ने भी सीजफायर के बाद माहौल को अपने पक्ष करने के लिए दुनिया के अलग-अलग देशों में सांसदों को प्रतिनिधिमंडल भेजने का फैसला लिया है. ऑपरेशन सिंदूर और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की निरंतर लड़ाई पर इस महीने के आखिर में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल कई देशों का दौरा करने वाला है. इसके लिए शनिवार शाम को 7 प्रतिनिधिमंडल का केंद्र सरकार ने ऐलान किया है. खास बात यह है कि प्रतिनिधिमंडल में शशि थरूर को भी शामिल किया है, जिसको लेकर कांग्रेस ने ऐतराज जताया है.