Delhi Kanjhawala case UPdate: दिल्ली की रोहिणी कोर्ट (Rohini Court) में सोमवार को आरोपी आशुतोष की जमानत याचिका पर सुनवाई हुई. अदालत ने दिल्ली पुलिस (Delhi Police ) और बचाव पक्ष के वकील की दलीलें सुनने के बाद आरोपी आशुतोष (Accused Ashutosh) की जमानत याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया. आरोपी के वकील ने गुरुवार को अदालत से कहा कि घटना के समय आरोपी कार में नहीं था. वहीं दिल्ली पुलिस ने कहा कि उसने अन्य आरोपी व्यक्तियों को गुमराह किया और सुरक्षित पनाह दी. 


फारेंसिक टीम इन पहलुओं की करेगी जांच 
दूसरी तरफ, दिल्ली कंझावला हिट एंड ड्रैग मामले में वैज्ञानिक पहलुओं की जांच के लिए गुजरात के गांधीनगर से राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय के पांच फोरेंसिक विशेषज्ञों की एक टीम भी आज सुल्तानपुरी पहुंच गई.  इस मामले की जांच के लिए बाहरी दिल्ली के डीसीपी हरेंद्र सिंह ने गुजरात फारेंसिक टीम से मौके पर आकर जांच की अपील की थी. डीसीपी हरेंद्र सिंह के अनुरोध पर फारें​सिक टीम आज सुल्तानपुरी पहुंची है. फारेंसिक टीम 31 दिसंबर को अंजलि की दर्दनाक मौत जिस कार से घसीटकर मौत हुई थी, उसका निरीक्षण करेगी. साथ ही कार से 13 किलोमीटर तक अंजलि को घसीटे जाने से जुड़े पहलुओं की भी जांच करेगी. 


बता दें कि वर्ष 2023 के पहले दिन कंझावला में 20 वर्षीय अंजलि सिंह की स्कूटी को एक कार ने टक्कर मार दी थी. घटना के बाद लगभग 13 किलोमीटर घसीटे जाने से अंजलि की मौत हो गई. सीसीटीवी फुटेज से खुलासा हुआ था कि घटना के समय अंजलि के साथ स्कूटी पर निधि भी थी. दिल्ली पुलिस इस केस में निधि को सबसे बड़ा गवाह मानकर चल रही है. वहीं निधि ने घटना के बाद अंजलि सिंह पर शराब पीने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि नशे में होने के बावजूद अंजलि स्कूटी चलाना चाहती थी. 


निधि पुलिस ने मारपीट की बात छुपाई 
दिल्ली कंझावला केस में नया मोड़ उस समय आ गया, जब नवीन की एंट्री हुई. नवीन पार्टी के दौरान होटल में मौजूद था. नवीन ने मीडिया को बताया था अंजलि और निधि के बीच हाथापाई हुई थी. इस मामले में निधि ने पुलिस से हाथापाई वाली बात छुपाई थी.


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