Neerja Bhatla Padma Shri: भारत सरकार ने इस साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर पद्मश्री सम्मान की शनिवार को घोषणा की. सम्मानित होने वालों की सूची में डॉ. नीरजा भटला का नाम शामिल है. डॉ. भटला एक प्रसिद्ध ऑन्कोलॉजिस्ट और शोधकर्ता हैं. डॉ. भटला ने सरवाईकल यानी गर्भाशय कैंसर के इलाज में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. 

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केंद्र सरकार ने उन्हें यह सम्मान भारत में सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए वैक्सीन पर किए गए उनके शोध और योगदान के लिए दिया है.

दिल्ली एम्स के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की पूर्व प्रमुख डॉक्टर नीरजा भटला लंबे समय से सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए स्वदेशी वैक्सीन विकसित करने के प्रयास में जुटी हैं. उन्होंने कम संसाधनों वाले क्षेत्रों में स्क्रीनिंग, एचपीवी परीक्षण और किफायती वैक्सीन के विकास पर कई रिसर्च प्रोजेक्ट का नेतृत्व किया है. डॉक्टर भटला का मानना है कि स्वदेशी वैक्सीन के आने से इस बीमारी को राष्ट्रीय स्तर पर कंट्रोल किया जा सकेगा.

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35 और 45 की आयु में एचपीवी टेस्ट जरूरी

सर्वाइकल कैंसर का मुख्य कारण मानव पैपिलोमा वायरस (एचपीवी) होता है, जो महिलाओं के निजी अंगों में संक्रमण करता है. एचपीवी के 16वां और 18वां प्रकार इस बीमारी के सबसे बड़े कारण बनते हैं. डॉक्टर भटला का कहना है कि 35 और 45 वर्ष की आयु में एचपीवी टेस्ट करवाना बेहद जरूरी है, जिससे समय रहते बीमारी की पहचान हो सके. 

विशेषज्ञों के अनुसार महिलाओं में संक्रमण पाए जाने पर अधिक वैक्सीन देने का सुझाव निजी अस्पतालों द्वारा किया जाता है, जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार दो वैक्सीन 50 से 80 प्रतिशत तक सुरक्षा प्रदान करने के लिए पर्याप्त हैं.

वैक्सीन का ट्रायल अंतिम चरण में

डॉक्टर नीरजा भटला ने अंतर्राष्ट्रीय स्त्री रोग और प्रसूति संघ (FIGO) के अध्यक्ष के रूप में FIGO स्त्री रोग कैंसर प्रबंधन ऐप विकसित किया. यह ऐप डॉक्टरों और मरीजों के लिए सर्वाइकल कैंसर के प्रबंधन में उपयोगी साबित हो रहा है. डॉक्टर भटला के नेतृत्व में तैयार हो रही स्वदेशी वैक्सीन का ट्रायल अपने अंतिम चरण में है. इसके परिणाम बहुत ही उत्साहजनक हैं और इसके सफल होने पर 9 से 14 साल की बच्चियों को राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत यह वैक्सीन दी जाएगी, जिससे कैंसर के मामलों में कमी आएगी.

केंद्र ने की थी 139 पद्म पुरस्कारों की घोषणा 

बता दें कि भारत सरकार ने शनिवार को पद्म पुरस्कार 2025 की घोषणा की थी. राष्ट्रपति ने 139 पद्म पुरस्कारों को मंजूरी दी है. इस सूची में 7 पद्म विभूषण, 19 पद्म भूषण और 113 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं. पुरस्कार पाने वालों में 23 महिलाएं हैं. इस सूची में 10 विदेशी और 13 मरणोपरांत पुरस्कार पाने वाले भी शामिल हैं. 

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