Delhi News: दिल्ली भारतीय जनता पार्टी के हिंदूवादी नेता कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) आये दिन अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं. सोमवार को वह एक बार फिर अपने एक ट्वीट को लेकर चर्चा में हैं. उन्होंने अदालत के आदेश पर एएसआई (ASI) द्वारा यूपी के ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे (Gyanvapi Masjid Survey) शुरू करने पर अपने ट्वीट में बिना किसी का नाम लिए बगैर लिखा है सच से डर धर्म को नहीं लगता. इससे अधर्म करने वाले डरते हैं. उनके इस बयान से साफ है कि वो किसे और क्या कहना चाहते हैं. 


उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित ज्ञानवापी का सोमवार को सर्वे शुरू होने पर बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने अपने ताजा ट्वीट में लिखा है कि सर्वे शुरू हो चुका है. ज्ञानवापी का सर्वे एक वैज्ञानिक कार्य है. सत्य को सामने लाने का यह एक जरिया साबित होगा. सर्वे का विरोध केवल वहीं लोग करेंगे जो कुछ सच को सदियों से छिपाना चाहते हैं. कोई भी असली धर्म निरपेक्ष आधुनिक समाज इस तरह के सर्वे का स्वागत ही करेगा. इससे आगे उन्होंने लिखा है कि सच सामने आने से धर्म को नहीं, अधर्म को डर लगता है. इससे पहले 20 जून को कपिल मिश्रा ने एक वीडियो में अपना मोबाइल हाथ में लेकर लोगों से पूछा था कि ये क्या है? खुद ही अपने सवालों का जवाब देते हुए कहा था कि हथियार है? हथियार किसके हाथ में होता है, जवाब मिलता है सेना के हाथ में. कपिल मिश्रा कहते हैं कि जिसके हाथ में हथियार होता है, वो क्या होता है, योद्धा. हम क्या हैं, योद्धा. किसके योद्धा हैं- 'बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी के योद्धा'.



ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे का काम शुरू


बता दें कि यूपी के वाराणसी के जिला न्यायाधीश एके विश्वेश की अदालत ने 21 जुलाई को हिंदू पक्ष की मांग को मानते हुए ज्ञानवापी मस्जिद के वैज्ञानिक सर्वेक्षण की अनुमति दी थी. अदालत अपने आदेश में कहा था कि विवादित हिस्से को छोड़ पूरे परिसर की ASI सर्वे की इजाजत दी थी. इस मामले में हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील विष्णु शंकर जैन ने बताया था कि मेरा आवेदन अदालत ने मंजूर कर लिया और अदालत ने वजू टैंक को छोड़कर, अन्य सभी हिस्सों के सर्वे का आदेश दिया है. अब ASI की टीम को सर्वे रिपोर्ट जिला जज को चार अगस्त को देना है. 


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