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(Source: ECI | ABP NEWS)
प्रवेश वर्मा का दावा- 'मेटकॉफ हाउस टी-जंक्शन पर फ्लाईओवर बनने से नॉर्थ दिल्ली वालों को जाम से मिलेगी मुक्ति'
Delhi Traffic Jam: दिल्ली सरकार में PWD मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि मेटकॉफ हाउस टी-जंक्शन पर फ्लाईओवर बनाने का मकसद राष्ट्रीय राजधानी में ‘जन-जीवन को सरल बनाना’ है.

दिल्ली सरकार में पीडब्लूडी मंत्री प्रवेश वर्मा
Source : Shivank Mishra
Delhi Traffic News: दिल्ली सरकार के लोक निर्माण विभाग (PWD) ने राजधानी के उत्तरी हिस्से में ट्रैफिक जाम की पुरानी समस्या के समाधान की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए मेटकॉफ हाउस टी-जंक्शन पर फ्लाईओवर निर्माण परियोजना को मंजूरी दी है. यह फ्लाईओवर सिविल लाइंस ट्रॉमा सेंटर और DRDO कार्यालय के पास आउटर रिंग रोड पर बनाया जाएगा, जिसकी लागत 183 करोड़ रुपये होगी.
लोक निर्माण विभाग के मुताबिक छह लेन फ्लाईओवर 680 मीटर लंबा होगा और इसका उद्देश्य दिल्ली के सबसे व्यस्त टी-जंक्शनों में से एक पर यातायात को निर्बाध बनाना है. साथ ही सड़क चौड़ीकरण, वर्षा जल निकासी, फुटपाथ निर्माण और बैक-टू-बैक यू-टर्न की व्यवस्था जैसे कई इंफ्रास्ट्रक्चर कार्य भी इस परियोजना में शामिल हैं.
लोगों को जाम से मिलेगी राहत
दिल्ली सरकार में PWD मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने कहा है कि यह परियोजना दिल्ली में विश्व स्तरीय सड़क नेटवर्क तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है. उन्होंने कहा कि यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘आधुनिक बुनियादी ढांचे’ और ‘जन-जीवन को सरल बनाने’ के विजन से प्रेरित है.
दरअसल, मेटकॉफ हाउस जंक्शन पर ट्रैफिक सिग्नल पर अत्यधिक प्रतीक्षा, सिग्नेचर ब्रिज तक ट्रैफिक की लंबी कतारें और विभिन्न दिशाओं से आने वाले वाहनों का दबाव लंबे समय से स्थानीय लोगों, बाजार संघों और यात्रियों के लिए समस्या बना हुआ था. 25 मार्च 2025 को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में इस परियोजना को तत्काल प्रभाव से लागू करने पर सहमति बनी.
किन-किन राज्यों के लोगों का भी मिलेगा इसका लाभ
पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के मुताबिक फ्लाईओवर बनने के बाद स्थानीय आवागमन के साथ ही हिमाचल, पंजाब और हरियाणा की ओर जाने वाली इंटर स्टेट ट्रैफिक भी सुगम हो जाएगा. साथ ही ट्रॉमा सेंटर जैसी आपातकालीन चिकित्सा सुविधाओं तक पहुंच में भी सुधार होगा. PWD का लक्ष्य है कि यह निर्माण कार्य तय समय में पूरा हो और आम जनता को न्यूनतम असुविधा हो. इसके लिए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के सहयोग से वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था और नियमित सूचना देने की योजना बनाई गई है.
लोक निर्माण विभाग के मुताबिक छह लेन फ्लाईओवर 680 मीटर लंबा होगा और इसका उद्देश्य दिल्ली के सबसे व्यस्त टी-जंक्शनों में से एक पर यातायात को निर्बाध बनाना है. साथ ही सड़क चौड़ीकरण, वर्षा जल निकासी, फुटपाथ निर्माण और बैक-टू-बैक यू-टर्न की व्यवस्था जैसे कई इंफ्रास्ट्रक्चर कार्य भी इस परियोजना में शामिल हैं.
लोगों को जाम से मिलेगी राहत
दिल्ली सरकार में PWD मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने कहा है कि यह परियोजना दिल्ली में विश्व स्तरीय सड़क नेटवर्क तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है. उन्होंने कहा कि यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘आधुनिक बुनियादी ढांचे’ और ‘जन-जीवन को सरल बनाने’ के विजन से प्रेरित है.
दरअसल, मेटकॉफ हाउस जंक्शन पर ट्रैफिक सिग्नल पर अत्यधिक प्रतीक्षा, सिग्नेचर ब्रिज तक ट्रैफिक की लंबी कतारें और विभिन्न दिशाओं से आने वाले वाहनों का दबाव लंबे समय से स्थानीय लोगों, बाजार संघों और यात्रियों के लिए समस्या बना हुआ था. 25 मार्च 2025 को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में इस परियोजना को तत्काल प्रभाव से लागू करने पर सहमति बनी.
किन-किन राज्यों के लोगों का भी मिलेगा इसका लाभ
पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के मुताबिक फ्लाईओवर बनने के बाद स्थानीय आवागमन के साथ ही हिमाचल, पंजाब और हरियाणा की ओर जाने वाली इंटर स्टेट ट्रैफिक भी सुगम हो जाएगा. साथ ही ट्रॉमा सेंटर जैसी आपातकालीन चिकित्सा सुविधाओं तक पहुंच में भी सुधार होगा. PWD का लक्ष्य है कि यह निर्माण कार्य तय समय में पूरा हो और आम जनता को न्यूनतम असुविधा हो. इसके लिए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के सहयोग से वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था और नियमित सूचना देने की योजना बनाई गई है.
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