दिल्ली में ठंड बढ़ने के साथ बिजली की मांग नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच रही है. पिछले महीने बिजली की अधिकतम मांग 28 नवंबर को 4,486 मेगावाट पहुंच गई, जो उस महीने की अब तक की सबसे ज्यादा मांग है. बिजली वितरण कंपनियों ने बुधवार (3 दिसंबर) को यह जानकारी दी.
दिसंबर में भी बिजली मांग की यही स्थिति रहने की संभावना दिख रही है. इस महीने के पहले तीन दिनों में, दिल्ली की अधिकतम बिजली की मांग 4,200 मेगावाट को पार कर गई है. पिछले चार साल में इस दौरान मांग कभी भी 4,000 मेगावाट से ऊपर नहीं गई थी.
स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर ने जारी किया आंकड़ा
स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर (एसएलडीसी) दिल्ली के आंकड़ों के मुताबिक बुधवार (3 दिसंबर) को दिल्ली की अधिकतम बिजली मांग 4,299 मेगावाट रही. वितरण कंपनियों टाटा पावर डीडीएल और बीएसईएस ने दावा किया कि वह इस मांग को पूरा कर रही हैं और उपभोक्ताओं को भरोसेमंद बिजली देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.
वितरण कंपनियों ने कहा कि इस साल शुक्रवार (28 नवंबर) को अधिकतम मांग लगभग 4,486 मेगावाट तक दर्ज की गई, जो नवंबर महीने का सर्वाधिक आंकड़ा है. पिछले साल नवंबर में अधिकतम बिजली की मांग 8 नवंबर, 2024 को 4,259 मेगावाट रही थी. वहीं 2023 में यह 4,320 मेगावाट, 2022 में 3,941 मेगावाट और 2021 में 3,831 मेगावाट थी.
बीएसईएस के प्रवक्ता ने दी यह जानकारी
बीएसईएस के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘दिल्ली में सर्दियों के दौरान बिजली की मांग नए रिकॉर्ड बना रही है. बीएसईएस राजधानी पावर लिमिटेड (बीआरपीएल) और बीएसईएस (यमुना पावर लि.) बीवाईपीएल ने अपने क्षेत्रों में क्रमशः 1865 मेगावाट और 890 मेगावाट की बिजली मांग को सफलतापूर्वक पूरा किया.'
उत्तरी दिल्ली में बिजली वितरण करने वाली टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रिब्यूशन लि. (टाटा पावर डीडीएल) ने बयान में कहा, ‘‘नवंबर के दूसरे पखवाड़े में बिजली खपत पिछले पांच वर्षों में इसी पखवाड़े की तुलना में सर्वाधिक दर्ज की गई.
बीएसईएस के प्रवक्ता ने आगे कहा, ‘‘सर्दियों के दौरान निर्बाध और गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए बीएसईएस वितरण कंपनियों ने व्यापक व्यवस्था की है. इसमें दीर्घकालिक गठजोड़ और हरित ऊर्जा स्रोत से लेकर भंडारण और एआई-आधारित पूर्वानुमान शामिल हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘बीआरपीएल और बीवाईपीएल क्षेत्रों में इस मौसम में अनुमानित मांग लगभग 3,900 मेगावाट है. इसमें से 50 प्रतिशत से अधिक मांग नवीकरणीय और स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों से पूरी की जाएगी.’’
इतनी दर्ज की गई अधिकतम मांग
कंपनी के वितरण इलाके में इस मौसम में अधिकतम मांग 1,455 मेगावाट तक दर्ज की गई है, जो हाल के वर्षों में नवंबर में दर्ज सर्वाधिक मांग की तुलना में काफी अधिक है. इस साल गर्मियों के दौरान दिल्ली में 8,442 मेगावाट की रिकॉर्ड बिजली मांग दर्ज की गई थी.
एसएलडीसी के अनुमान के अनुसार, इस सर्दी में दिल्ली की अधिकतम बिजली मांग लगभग 6000 मेगावाट तक पहुंचने अनुमान है, जो पिछले साल की अधिकतम मांग 5,655 मेगावाट से अधिक है.
टाटा पावर-डीडीएल के प्रवक्ता क्या बताया?
टाटा पावर-डीडीएल के प्रवक्ता ने कहा, “इस मौसम में, उत्तरी दिल्ली में हमारी अधिकतम मांग बढ़कर 1,859 मेगावाट तक पहुंचने का अनुमान है, जबकि पिछले साल अधिकतम मांग 1,739 मेगावाट रही थी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने उपभोक्ताओं को भरोसेमंद बिजली आपूर्ति के लिए पूरी तरह तैयार हैं. हमने अपनी दीर्घकालिक भागीदारी के साथ हरित ऊर्जा समेत विभिन्न स्रोतों से पर्याप्त बिजली की व्यवस्था की है.’’