Okhla Bird Sanctuary: यूं तो किसी भी दूसरे देश जाने के लिए वीजा और पासपोर्ट की जरूरत पड़ती है लेकिन कुछ ऐसे ही मेहमान होते है जिन्हे ना वीजा की जरूरत है ना गाड़ी की, वो हर साल अपने देश से भारत आते है, यहां तीन से चार महीने रहते हैं और फिर अपने देश वापिस लौट जाते है. हर साल दिसंबर की शुरुआत में यूरोप, साइबेरिया, कनाडा, और कई देशों से पक्षी भारत आना शुरू कर देते हैं. ओखला पक्षी विहार में भी हर साल हजारों की तादाद में पक्षी भारत आते हैं और जैसे ही तापमान बढ़ने लगता है यह वापिस जाना शुरू कर देते हैं. इसलिए अगर आपने अभी भी इन खास परिंदों को नहीं देखा है तो आपके पास कुछ दिन और बाकी हैं इसके बाद ये फिर साल के अंत में वापिस आएंगे.


अगले 2 हफ्ते में वापिस जाना शुरू करेंगे पक्षी
इसकी जानकारी देते हुए फॉरेस्ट रेंज के अधिकारी अरविंद मिश्रा ने एबीपी न्यूज को बताया की अमूमन तौर पर ओखला पक्षी विहार में एक से दो हजार पक्षी रहते हैं लेकिन प्रवासी पक्षी जब आना शुरू कर देते है तो इनकी तादाद बढ़ कर 15 हजार तक हो जाती है, लेकिन अब जैसे जैसे मौसम में बदलाव हो रहा है वैसे ही ये जाना भी शुरू कर देंगे. उन्होंने बताया अगले दो हफ्ते में यह पक्षी वापिस जाने लगेंगे.


विदेशी के साथ देशी पक्षी भी बढ़ा रहे है खूबसूरती
ओखला पक्षी विहार में ना सिर्फ विदेशी बल्कि भारत के भी अलग अलग हिस्सों से पक्षी प्रवास करने आते हैं. कुछ पक्षी हिमाचल प्रदेश से, केरला से तो वहीं कुछ जम्मू कश्मीर और देश के कई अन्य प्रदेश से आते हैं. फिलहाल यहां 80-90 प्रजाति के प्रवासी पक्षी मौजूद हैं, जिसमें येलो वैगटेल, ग्रीन सैंड पाइपर, ब्लैक बर्ड टर्न, यूरोपियन मार्श हैरियर लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र हैं.


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