Noida News: नोएडा (Noida) और नोएडा एक्सेंशन (Noida Extension) में निर्माण स्थल पर अलग-अलग घटनाओं में तीन प्रवासी कामगारों की मौत हो गई. ये तीनों बिहार के रहने वाले थे. जिसके बाद निर्माण स्थलों पर अपनाए जाने वाले सेफ्टी स्टैंडर्ड्स को लेकर सवाल उठने लगे हैं. मृतकों में दो नाजिल अली (35) और राजाबुल रहमान (35 ) की नोएडा एक्सटेंशन में शुक्रवार को मौत हो गई. ये दुर्घटनावश बिसरख इलाके के निर्माणाधीन वेरोना हाइट्स सोसायटी की 10वीं मंजिल से गिर गए. पुलिस ने बताया कि दोनों बिहार के कटिहार के रहने वाले थे.


वहीं, शुक्रवार रात को ही नोएडा सेक्टर 58 के निर्माण स्थल पर आंधी के कारण स्कैफोल्डिंग के गिर जाने से चार लोग घायल हो गए जिन्हें अस्पताल ले जाया गया. इनमें से एक श्रमिक जय गोविंद झा (50) की मौत हो गई. जय गोविंद बिहार के दरभंगा के रहने वाले थे और नोएडा में श्रमिक के रूप में काम करते थे. बाकी तीन का इलाज चल रहा है. नोएडा पुलिस का कहना है कि दोनों ही मामलों में कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. 


सेफ्टी स्टैंडर्ड को लेकर उठे सवाल
इस बीच, घर खरीदने वाली इकाई NEFOWA ने निर्माण स्थल पर श्रमिकों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है. NEFOWA के वाइस प्रेसिडेंट दीपांकर कुमार ने कहा कि पिछली रात आम्रपाली लीजर वैली में वेरोना हाइट्स एफ टावर की 10वीं मंजिल से गिरकर दो लोगों की मौत हो गई. आठ महीने पहले भी आम्रपाली ग्रुप की परियोजना में ऐसी ही घटना हुई थी. लिफ्ट गिरने के कारण 10 श्रमिकों की मौत हो गई थी.  


सुप्रीम कोर्ट में पहले से ही चल रही याचिका
वहीं, दीपांकर कुमार ने भी सुप्रीम कोर्ट में इसको लेकर याचिका दाखिल की है. उन्होंने निर्माण स्थल पर सेफ्टी स्टैंडर्ड्स को लेकर सवाल किए हैं. उधर, NEFOWA के प्रेसिडेंट अभिषेक कुमार ने कहा कि ऐसी घटनाओं का घर खरीदने वालों के मनोबल पर बड़ा असर पड़ता है जो कि घर मिलने में हो रही देरी की समस्या से जूझ रहे हैं.


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