Delhi News: राजधानी दिल्ली में बढ़ता प्रदूषण एक अहम मुद्दा बन चुकी है. इससे पहले की ये विकराल रूप धारण कर ले, उससे पहले ही इसे नियंत्रित करने के उद्देश्य से दिल्ली ट्रैफिक पुलिस भी अब अपने स्तर पर विभिन्न कार्रवाई के साथ नए उपायों को भी आजमा रही है. इसी कड़ी में दिल्ली ट्रैफिक पुलिस, ग्रेप-4 के लागू होने के बाद अपनी स्पेशल टीम को उतारा है और अधिक गंभीरता से डीजल-पेट्रोल के 10-15 साल पुराने वाहनों की जब्ती कर रही है. यातायात विभाग के मुताबिक दिल्ली में अब तक बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल (एलएमवी 4 पहिया वाहन) के चलने पर सख्त प्रतिबंध के बाद करीब 3 हजार से ज्यादा वाहनों के चालान किए गए है और करीब 237 वाहनों को जब्त किया गया है. इसके साथ ही करीब 2 हजार से ज्यादा वाहनों को नोटिस भी गया है.


वहीं दूसरी तरफ यातायात को सुगम बनाये रखने के लिए दिल्ली यातायात पुलिस ने प्रमुख चौराहों, मुख्य मार्गों और प्रदूषण के हॉटस्पॉट पर यातायात कर्मियों की तैनाती भी सुनिश्चित कर रही है. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस डिपार्टमेंट द्वारा जारी एडवाइजरी के तहत दिल्ली में अब आवश्यक व्यवसायिक वाहनों को छोड़ अन्य व्यवसायिक वाहनों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. साथ ही लोगों से अपील की गई है कि वे तय मानकों के तहत ही वाहनों को सड़कों पर चलाएं. ऐसा करने से उन्हें रेड सिग्नल पर रुकना नहीं पड़ेगा.


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इस बाबत एबीपी लाईव को जानकारी देते हुए स्पेशल सीपी एम.एस. यादव ने बताया कि प्रदूषण को कम करने की पहल में ट्रैफिक पुलिस ने नए सिरे से यातायात सिग्नल प्रणाली लागू की है. इसके तहत अगर वाहन चालक सड़कों पर निर्धारित की गई एक निश्चित गति में वाहन चलाते हैं तो नए सिग्नल इस तरह से तैयार किए गए हैं, जिससे वाहन चालकों को रेड लाईट नहीं मिलेगी. इस पर ट्रायल चल रहा है और 24 घंटों में इसका असर भी सड़कों पर देखने को मिलेगा. साथ ही यातायात को बाधित होने से रोकने और उसे सुगम बनाये रखने के उद्देश्य से हेवी ट्रैफिक वाले मार्गों, चौक-चौराहों पर ट्रैफिक कर्मियों की टीम को भी तैनात किया गया है.


बता दें कि गंभीर वायु प्रदूषण के बीच अपनी ड्यूटी में तैनात कर्मियों को दिल्ली पुलिस ने मास्क पहनने की सलाह दी है. ताकि वे खुद को सुरक्षित रखते हुए अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सकें. गौरतलब है कि दिल्ली में सोमवार सुबह प्रदूषण का स्तर सरकार द्वारा तय की गई सुरक्षित सीमा से लगभग सात से, आठ गुना अधिक दर्ज की गई. राजधानी में लगातार सातवें दिन जहरीली धुंध बनी रही. इस संबंध में दिल्ली पुलिस के शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि जो कर्मी यातायात या शहर की कानून- व्यवस्था का प्रबंधन कर रहे हैं उन्हें मास्क पहनने का सुझाव दिया गया है.