Delhi Railway Station Stampede: कांग्रेस ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई त्रासदी की जांच की मांग की है. दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने बताया कि एनएचआरसी को पत्र लिखा गया है. उन्होंने कुप्रबंधन की वजह से 18 मौतों का जिम्मेदार रेलवे को ठहराया. प्रतिनिधिमंडल ने एनएचआरसी को ज्ञापन सौंपकर जांच समिति गठित करने और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
देवेन्द्र यादव ने भगदड़ की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए रेलवे से दिशा निर्देश जारी करने की मांग की. उन्होंने कहा कि महाकुंभ करोड़ों भारतीयों की आस्था का प्रतीक है. राज्य सरकारें भी लोगों को महाकुंभ स्नान करने के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं. हालांकि श्रद्धालुओं के लिए रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर सुविधा की कमी है. धार्मिक यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए यातायात की भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं है.
कांग्रेस ने NHRC से दिल्ली भगदड़ मामले की जांच की मांग
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "केन्द्र और उत्तर प्रदेश की सरकार महाकुंभ में करोड़ों लोगों के स्नान का श्रेय लूट रही हैं. ऐसे में हादसों के दौरान जान गंवाने वाले लोगों की भी बीजेपी की केन्द्र सरकार को जिम्मेदारी लेनी चाहिए." यादव ने आगे बताया कि अकेले नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हर घंटे 1500 टिकट की बिक्री हो रही है. महाकुंभ श्रद्धालुओं की यात्रा को व्यवस्थित करने के लिए रेलवे कार्य योजना तैयार करे. प्रतिनिधिमंडल में दिल्ली कांग्रेस के लीगल और मानव अधिकार विभाग के चेयरमैन एडवोकेट सुनील कुमार भी शामिल थे.
रेलवे की लापरवाही और कुप्रबंधन को ठहराया जिम्मेदार
उन्होंने ने राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग से मांग की है कि रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ की जल्द जांच के लिए समिति का गठन किया जाए और निर्दोष श्रद्धालुओं की मौत के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई हो. महाकुंभ में भी 29 जनवरी को भगदड़ मचने से 30 लोगों की मौत हुई थी. दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने आरोप लगाया कि केन्द्र और राज्य सरकारों ने हादसे पर संवेदनशीलता नही दिखाई. अब रेलवे की लापरवाही और कुप्रबंधन के कारण दिल्ली में 18 लोगों ने शनिवार की रात जान गंवाई है.
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